रैन बसेरा बन जाने से मरीजों के परिजनों को नहीं होगी दिक्कत
एम्स गोरखपुर अब पूर्वी यूपी, नेपाल, बिहार के सीमावर्ती जिलों के मरीजों का बड़ा हब बन चुका है। यहां इलाज के लिए हजारों लोग हर रोज आ रहे हैं। ऐसे में रैन बसेरे की यहां अत्यधिक आवश्यकता महसूस हो रहीं थी। सीएम योगी के संज्ञान लेने के बाद अब यहां बड़ा रैन बसेरा तैयार किया जा रहा है। गोरखपुर नगर निगम क्षेत्र में कुल 14 रैन बसेरे हैं, जिनमें 667 लोगों के रुकने की व्यवस्था है. इनमें से 13 रैन बसेरों का संचालन नगर निगम करता है जबकि एक रैन बसेरे का संचालन एयरपोर्ट अथॉरिटी करती है.
रैन बसेरे में मिलेगी बेहतर व्यवस्था के साथ जरूरी सुविधा
एम्स गोरखपुर की गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन देश दीपक वर्मा ने बताया कि सीएम ने खुद इसके निर्माण का प्रस्ताव दिया था। एम्स आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को इधर उधर नहीं घूमना पड़ेगा। रैन बसेरे में ठहरने की बेहतर व्यवस्था के साथ जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। इसका सीधा लाभ उन गरीब परिवारों को मिलेगा, जो इलाज के लिए दूर-दराज से आते हैं लेकिन रहने की सुविधा नहीं मिलती