मौके से मिले सुसाइड नोट में बताई सुसाइड की वजह
अपर पुलिस उपायुक्त सुधीर कुमार के अनुसार, नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र के शारदा यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाली छात्रा ज्योति शर्मा ने शुक्रवार रात अपने कमरे में पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें दो प्रोफेसरों पर मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। छात्रा ज्योति शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है “उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उन्होंने मुझे अपमानित किया। मैं लंबे समय से उनकी वजह से तनाव में हूं। मैं चाहती हूं कि उन्हें भी यही सब झेलना पड़े। मुझे माफ़ करना। मैं अब ऐसे नहीं जी सकती। मैं नहीं जी सकती।”
परिवार का आरोप- साजिश थी, मदद नहीं मिली
छात्रा के भाई ने मीडिया से बातचीत में बताया कि यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर छात्रा को जानबूझकर फेल करने की धमकी दे रहे थे और परीक्षा व प्रैक्टिकल से वंचित करने की चेतावनी भी दी गई थी। एक हफ्ते पहले एक प्रोफेसर ने आरोप लगाया था कि ज्योति ने असाइनमेंट और किताबों पर फर्जी हस्ताक्षर किए हैं। इस पर उसके पिता रमेश जांगड़ा यूनिवर्सिटी आए और डीन व एचओडी से मुलाकात कर सफाई दी। परिवार का कहना है कि शुक्रवार सुबह तक ज्योति ने पिता से बात की थी लेकिन उसके बाद संपर्क नहीं हुआ। रात में जब उसका फोन नहीं उठा तो सहपाठी ने कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया।
पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप
छात्रा के पिता रमेश जांगड़ा ने आरोप लगाया कि उन्होंने घटना की जानकारी रात में ही पुलिस को दी थी, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस को जानकारी देने में देरी की। रमेश का कहना है कि उनकी बेटी लगातार उत्पीड़न की शिकार थी और उसी दबाव में यह कदम उठाया। गौतम बुद्ध नगर के नॉलेज पार्क थाना प्रभारी ने बताया कि छात्रा ज्योति शर्मा के पिता रमेश जांगड़ा की शिकायत पर यूनिवर्सिटी के डीन डॉ. एम. सिद्धार्थ, प्रोफेसर सैरी, महेंद्र, अनुराग अवस्थी, सुरभि सहित एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, उत्पीड़न और धमकी देने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने प्रारंभिक कार्रवाई करते हुए प्रोफेसर महेंद्र और सैरी मैडम को हिरासत में ले लिया है। वहीं, अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।
यूनिवर्सिटी प्रशासन का पक्ष
शारदा यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति पी. के. गुप्ता ने बयान में कहा है कि मामले की आंतरिक जांच यूनिवर्सिटी स्तर पर शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छात्रा पर एक टेस्ट कॉपी में फर्जी साइन करने का आरोप था, जिस पर उसे टोका गया था और परिजनों को बुलाकर जानकारी दी गई थी। गुरुग्राम की ज्योति शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा “पीसीपी और डेंटल मैटेरियल के शिक्षक मेरी मौत के लिए ज़िम्मेदार हैं।” बहरहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।