प्रयागराज में भीड़ का ट्रेनों पर असर, बीच में रोकी गईं
महाकुंभ प्रयागराज में भारी भीड़ को देखते हुए ट्रेनों का यातायात भी प्रभावित है। झांसी-मानिकपुर रूट में तीन ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों में खड़ा कराया गया है। वहीं बुधवार की रात को ग्वालियर से चलकर वाराणसी जाने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस को पहले सुबह पांच बजे से भरत कूप स्टेशन में खड़ा किया गया था। तीन घंटे बाद वहां से रवाना हुई और साढ़े आठ बजे से शिवरामपुर स्टेशन में खड़ी रही। इसी प्रकार एक मेला स्टेशन ट्रेन भरत कूप और दूसरी को बहिलपुरवा स्टेशन पर खड़ा किया गया। मंगलवार को रवाना हुई बुंदेलखंड एक्सप्रेस बुधवार को 11 घंटे की देरी से प्रयागराज पहुंची।
स्पेशल ट्रेनों के मार्ग बदले
9 एवं 30 जनवरी को ट्रेन 01815 ग्वालियर- प्रयागराज छिवकी, जो पूर्व में वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, बांदा होते हुए संचालित की जा रही थी, अब इटावा, गोविंदपुरी, के परिवर्तित मार्ग से होते हुए सूबेदार गंज रेलवे स्टेशन जाएगी। वहीं 30 एवं 31 जनवरी को ट्रेन 01816 प्रयागराज छिवकी-ग्वालियर, जो पूर्व में मानिकपुर, बांदा, महोबा, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी होते हुए संचालित की जा रही थी, अब यह ट्रेन सूबेदारगंज से प्रारंभ होकर गोविन्दपुरी, इटावा होते हुए ग्वालियर जाएगी।
खाली रही टिकट विंडो
दो दिन से प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की भीड़ इस कदर थी कि रेलवे अधिकारियों के साथ आरपीएफ, जीआरपी को गेट बंद करके यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर भेजा गया। वहीं बुधवार को हालात यह हो गए है प्रयागराज जाने वाले यात्रियों को रेलवे की टिकट विंडो पर बुकिंग क्लर्क इंतजार ही करते रहे।
30 किमी पहले ही रोक दिया गया हमारा वाहन
सीपी कॉलोनी मुरार निवासी प्रमोद राठौर ने पत्रिका को बताया कि हम पांच लोग एक दिन पहले यहां स्नान के लिए पहुंचे थे। आज सुबह जैसे ही घटना के बारे में पता लगा वैसे ही रिश्तेदारों, दोस्तों ने फोन लगाना शुरू कर दिए थे। यहां स्नान के लिए 30 किलोमीटर पहले ही हमारे वाहन को रुकवा दिया गया था। वहीं ग्वालियर के एक अन्य श्रद्धालु आशीष अग्रवाल ने बताया कि परिवार वाले लगातार फोन करके कुशलक्षेम पूछ रहे हैं।
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