इस कारण दिन में शहर की सडक़ों पर लोगों की भीड़ कम रही। सूरज की तपन से बचने के लिए लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर निकले। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक भीषण गर्मी का येलो अलर्ट जारी किया है। हीटवेव भी चलने की संभावना है।
15 दिन से मानसून आगे नहीं बढ़ा
दरअसल मानसून के कदम ठहर गए हैं। बंगाल की खाड़ी व अरब सागर में सिस्टम नहीं बनने से 15 दिन से मानसून आगे नहीं बढ़ा है। पश्चिमी विक्षोभ भी आना बंद हो गए हैं, जिससे नमी आना बंद हो गई है। राजस्थान गर्मी से तपने लगा है। पश्चिमी हवा राजस्थान की भीषण गर्मी लेकर आ रही है, जिससे पारा 45 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। शहर भीषण गर्मी से झुलस रहा है। सुबह से गर्मी अपने तेवर दिखा रही है। दोपहर में आसमान से आग बरसने से सडक़ों पर कर्यू जैसी स्थिति बन रही है। यदि प्रदेश के गर्म शहरों की स्थिति देखी जाए तो ग्वालियर 7 वें नंबर पर है।
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- बंगाल की खाड़ी में नया कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है। इसके आगे बढऩे पर बंगाल की खाड़ी से नमी आना शुरू होगी। 15 जून से ग्वालियर में प्री मानसून की हलचल शुरू होगी। आंधी व तेज बारिश से तापमान नीचे आएगा, लेकिन उमस बढ़ जाएगी। उमस से गर्मी का अहसास बढ़ेगा। 96 घंटे बाद लोगों को राहत मिलेगी।
- 15 से 21 जून के बीच प्री मानसून की तेज बारिश होगी। 21 जून के बाद फिर ब्रेक आएगा, लेकिन यह ब्रेक लंबा नहीं रहेगा।
11 जून 2019 को पारा पहुंचा था 47.8 डिसे
वैसे जून के पहले व दूसरे सप्ताह में भीषण गर्मी रहती है। 11 जून 2019 को अधिकतम तापमान 47.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। इस दिन 64 साल की गर्मी का रिकॉर्ड टूटा था। इसके बाद से जून में इतनी गर्मी नहीं पड़ी। 2024 में 16 जून को ग्वालियर का तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। यदि जून की गर्मी की स्थिति देखी जाए तो पारा 45 व 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा है।