महिला राेशनी निवासी बेलखेड़ी, दमोह अपनी सास के साथ गोंडवाना एक्सप्रेस से निजामुद्दीन से दमोह जा रही थी। रास्ते में ही उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और आगरा से धौलपुर के बीच में ज्यादा स्थिति बिगड़ने लगी। कुछ लोगों ने मदद के लिए फोन लगाए, इसके बाद मंगलवार रात आठ बजे ट्रेन को मुरैना स्टेशन पर दस मिनट के लिए रोका गया, तब महिला की डिलीवरी कराई गई। आरपीएफ की महिला आरक्षक नीरज व अनूप शर्मा द्वारा ट्रेन को अटेंड किया गया। महिला का पति दीपक दिल्ली में प्राइवेट जॉब करता है उसको भी सूचना भेजी गई। आरपीएफ स्टाफ ने महिला और उसकी सास से मुरैना में उतरने को कहा, लेकिन इन लोगों ने उतरने से मना कर दिया।
ग्वालियर स्टेशन पर उतारा गया मुरैना से मिली सूचना के बाद ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और रेलवे स्टाफ ने तत्परता दिखाई। कंट्रोल से मैसेज के बाद स्टेशन पर आरपीएफ के एसआई शैलेंद्र सिंह ठाकुर, आरक्षक अन्नू, प्रधान आरक्षक शीशराम गुर्जर तथा मनोज यादव और डिप्टी एसएस दिनेश सिकरवार भी मौके पर पहुंचे। जैसे ही ट्रेन ग्वालियर पहुंची तो महिला की सास ने कहा कि हमने एक प्राइवेट एम्बुलेंस की व्यवस्था कर ली थी। उसके बाद दोनों का अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।