ऐसे खुली प्रोफेसर की पोल
महिला आयोग और पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के पास करीब एक महीने पहले एक गुमनाम शिकायती पत्र भेजा गया था। इसमें चीफ प्रॉक्टर रजनीश पर छात्राओं का यौन शोषण करने का आरोप था। शिकायती पत्र के साथ करीब 12 फोटो भी भेजे गए थे। इसमें रजनीश कॉलेज की छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करते हुए नजर आ रहा है।
जांच में सही निकला मामला
सीओ सिटी ने उस प्रार्थना पत्र की जांच की। कई लोगों से बुलाकर जानकारी ली। फोटो में दिख रही छात्राओं के नाम पता जानने की कोशिश की। लेकिन कालेज प्रशासन की ओर से सहयोग नहीं किया। लेकिन चार दिन पहले एसपी ने इसकी जांच अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह को दी। एएसपी ने फोटो और शिकायती पत्र के बाद कुछ लोगों को बुलाकर पूछताछ की तो मामला सही निकला। इस पर उन्होंने अपनी रिपोर्ट एसपी को भेज दी। दो दिन पहले हाथरस गेट कोतवाली के औद्योगिक चौकी इंचार्ज सुनील कुमार ने प्रोफेसर रजनीश के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है।
खुद ही बनाता था वीडियो
पुलिस के मुताबिक, जांच में पता चला है कि प्रोफेसर रजनीश खुद ही अपने मोबाइल से वीडियो बनाता था। मोबाइल को उसी हिसाब से सेट करता था, जिससे कि दोनों के चेहरे वीडियो में आ सकें। दिलचस्प बात यह है कि छात्राओं के सामने ही प्रोफेसर वीडियो बनाता था। आखिर कैसे वायरल हुए वीडियो
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रोफेसर के मोबाइल से 59 वीडियो वायरल हुईं है। इससे पता चलता है कि प्रोफेसर का मोबाइल या तो किसी के हाथ लगा या फिर वह खराब हुआ तो उसे दुकानदार के पास ठीक कराने के लिए भेजा, जहां उन वीडियो को कॉपी कर लिया गया।