इंदौर विकास प्राधिकरण मास्टर प्लान के हिसाब से चौड़ी सड़क बना रहा है। एमआर-12 सड़क 6 लेन की बनाई जाएगी। यह रोड 9 किलोमीटर लंबी बनेगी। एमआर-12 सड़क पर उज्जैन ओेंकारेश्वर जानेवालों का ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया जाएगा। उज्जैन में महाकाल के दर्शन कर लोग ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के दर्शन करने इंदौर से होकर जाते हैं लेकिन नई सड़क उज्जैन रोड और बाइपास रोड को जोड़ देगी जिससे इंदौर के अंदर आने की जरूरत ही नहीं रहेगी।
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एमआर-12 सड़क 2 सौ करोड़ से ज्यादा में बनाई जाएगी। इंदौर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार रेलवे क्रासिंग और ब्रिज की लागत ही करीब 100 करोड़ रुपए होगी। एमआर-12 सड़क बायपास के अरंडिया गांव से प्रारंभ होगी। कैलोद हाला, भांग्या, कुमेड़ी होते हुए यह सड़क इंदौर उज्जैन रोड से जुड़ जाएगी। इंदौर के संभागायुक्त दीपक सिंह के अनुसार सिंहस्थ 2028 से पहले यह 6 लेन तैयार हो जाएगा। इसके बन जाने से उज्जैन से आने वाले लोगों को खंडवा या सेंधवा साइड जाने के लिए इंदौर में आने की जरूरत नहीं होगी। वे सीधे इंदौर बाइपास से कनेक्ट होकर निकल जाएंगे।
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एमआर-12 से यह भी लाभ –अभी एमआर-11 से होते हुए भारी वाहन सुखलिया होते हुए लवकुश चौराहा तक जाते हैं। एमआर-12 के बन जाने से यह दिक्कत खत्म हो जाएगी जिससे इंदौर शहर में भारी वाहनों का दबाव कुछ कम होगा।
बाइपास और सांवेर रोड के आसपास के लोगों को चौड़ी 6 लेन सड़क मिलेगी। 6 लेन के आसपास बसाहट तेज होने से रियल एस्टेट सेक्टर में भी उछाल आएगा।