5 जिलों को जोड़कर प्लान तैयार
इंदौर, उज्जैन, धार, देवास और शाजापुर को मिलाकर 2051 के हिसाब से इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन (आइएमआर) का प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसमें कनेक्टिविटी, उद्योग और पर्यावरण संतुलन को साथ लेकर विकास होगा। क्षेत्र की औद्योगिक ईकाइयों को मजबूत करने के लिए दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर को भी शामिल गया है। सोनकच्छ को भी प्लान में रखा गया है ताकि भोपाल का मेट्रोपॉलिटन रीजन को भी इंदौर के प्लान से कनेक्ट किया जा सके।बुलाई गई बड़ी बैठक
पिछले दिनों इंदौर दौरे पर आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी प्लान देखा था, जिसके बाद अब रीजन में आने वाले जनप्रतिनिधियों के सामने प्रेजेंटेशन दिया जा रहा है। शनिवार दोपहर 11 बजे इंदौर कलेक्टोरेट में बड़ी बैठक बुलाई गई है, जिसमें पांच जिलों के कलेक्टर, चार सांसद, 3 महापौर और 20 विधायक शामिल होंगे। प्रेजेंटेशन में बताया जाएगा कि कौन से जिले से किस-किस क्षेत्र को लिया जा रहा है और तहसीलवार जानकारी सामने रखी जाएगी। उसके माध्यम से समझाने का प्रयास किया जाएगा कि सुझाव प्लान में कितने उपयोगी हैं, जिस पर मंथन किया जाएगा।3 बिंदुओं पर ध्यान
औद्योगिक : रीजन में औद्योगिक क्षेत्र के विकास पर खासा फोकस किया गया है, जिसके चलते दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को जोड़ा गया। बदनावर में पीएम मित्रा पार्क के साथ धार के पीथमपुर, देवास, मक्सी के भी औद्योगिक क्षेत्र को शामिल गया है।IMR का खाका तैयार
29 तहसील1756 गांव
9336 वर्ग किमी एरिया