ये भी पढें –
इन किसानों को होगी बड़ी परेशानी, सीएम मोहन यादव ने लिया सख्त फैसला मैनेजर को जमकर लताड़ा
वैसे तो रवींद्र नाट्यगृह(Rabindra Natyagriha) नगर निगम की संपत्ति है, लेकिन एक निजी संस्था ने रिनोवेशन कर समझौते के तहत मैनेजमेंट अपने हाथ में ले लिया, जहां की व्यवस्था अब चरमरा चुकी है। इसकी वजह से मुख्यमंत्री को भी परेशान होना पड़ा। वे डॉ. भीमराव आम्बेडकर को लेकर संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें मुख्य वक्ता भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे थीं। सीएम समय पर रवींद्र नाट्यगृह पहुंच गए, लेकिन राजे लेट हो गईं। डॉ. यादव(CM Mohan Yadav) को ग्रीन रूम में बैठाया गया, जो बदहाली का शिकार हो रहा था। एसी बंद होने से सीएम सहित अन्य नेताओं के पसीने छूट गए। एक ने तो नाराजगी भी जाहिर की, जिसके बाद बवाल हो गया। कमिश्नर दीपक सिंह ने निजी कम्पनी के मैनेजर को जमकर लताड़ लगाई कि आप क्या देख रहे हैं, ये क्या तरीका है? आपको नहीं मालूम था कि मुख्यमंत्री कार्यक्रम में आने वाले हैं तो सारी तैयारियां करके रखनी चाहिए थी।
ये भी पढें –
BMC बजट पर बवाल, महापौर परिषद की आपात बैठक, सीएम मोहन यादव का कार्यक्रम टला उठ रही मांग, नगर निगम ही करे संचालन
एक तरफ तो निजी कम्पनी रवींद्र नाट्यगृह से मोटा किराया वसूल कर रही है तो दूसरी तरफ अब उससे व्यवस्था भी संभल नहीं रही है। पहले भी कई आयोजनों में नाराजगी व्यक्त की जा चुकी है। हॉल का एसी, आवाज सहित अन्य व्यवस्थाओं का ढर्रा बिगड़ चुका है। अब मांग उठ रही है कि निगम को निजी कम्पनी से कॉन्ट्रैक्ट तोड़कर खुद संचालन करना चाहिए या अन्य विकल्प पर विचार करना चाहिए।