राज ने ही फर्जी नाम से सिम कार्ड खरीदा और संजय वर्मा बनकर सोनम के संपर्क में रहा। हालांकि, सोनम के परिजन और भाई गोविंद किसी संजय वर्मा के बारे में नहीं जानते। पूछताछ में उन्होंने संजय वर्मा को जानने से इंकार किया।
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हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुटी शिलांग पुलिस अब जांच के लिए इंदौर में डेरा जमाए है। मेघालय सरकार के निर्देश पर गठित स्पेशल टीम मंगलवार से इंदौर में रहकर हत्याकांड से जुड़े सुराग जुटा रही है। उधर, शिलांग पुलिस ने घटना के रीक्रिएशन में पाया कि, राजा को सोनम घटनास्थल पर फोटो शूट करने के बहाने ले गई थी। करीब 200 फीट ऊपर से उसे फोटो लेने के लिए बोला था, तभी पीछे से आरोपियों ने हथियार से उसके सिर पर जोरदार वार कर गंभीर रूप से घायल किया और अधमरी हालत में उसे खाई से नीचे फैंक दिया।
सोनम के घर, दफ्तर और देवास वाले फ्लैट की पड़ताल
पुलिस टीम बुधवार सुबह सोनम के घर गोविंद नगर बाणगंगा पहुंची। यहां करीब 2 घंटे से ज्यादा डीएसपी सिमसैंग संगमा और 2 सब इंस्पेक्टर के साथ इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम ने सोनम के पिता और भाई गोविंद से पूछताछ की। सोनम के सूटकेस समेत कुछ दस्तावेजों की जांच की। भाषा की समस्या के चलते ट्रांसलेटर की मदद लेकर बयान रिकॉर्ड कराए गए। वहीं, इंदौर में क्राइम ब्रांच की मदद से देवास नाका स्थित फ्लैट की तलाशी ली गई, जहां सोनम 30 मई से 8 जून के बीच रुकी थी। इस दौरान राजा के परिजन फ्लैट के बाहर मौजूद रहे, उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं थी। यह भी पढ़ें- लाडली बहना के हर महीने चोरी हो रहे 1800 रुपए, कोर्ट जाएगी कांग्रेस, भाजपा ने किया पलटवार भाभी और कर्मचारियों से भी पूछताछ
इसके बाद सोनम के भाई गोविंद के साथ पुलिस उसके घर गोविंद नगर में दोपहर करीब 1.15 बजे पहुंची। 3.30 बजे तक सोनम के पिता, मां, भाई और भाभी से पूछताछ चलती रही। इसके बाद गोविंद को साथ लेकर 4 बजे विजय नगर स्थित प्लाइवुड ऑफिस पर पहुंची। यहां, करीब एक घंटे तक कर्मचारियों और दफ्तर में तलाशी लेने के बाद गोदाम पर पहुंची।
उठ रहे अनेक सवाल, टीम कर रही पूछताछ
शिलांग पुलिस इस केस को महज प्रेम त्रिकोण तक सीमित मानने से इनकार कर रही है। डीजीपी इदाशीशा नोंग्रांग ने भी कहा है कि हत्या के पीछे और भी वजहें हो सकती हैं। इसके चलते टीम ने इंदौर, गाजीपुर, असम और अन्य राज्यों में टीमें भेजकर आरोपियों की गतिविधियों की कडिय़ां जोडऩी शुरू की है। पुलिस के सामने कई सवाल हैं। सोनम अगर राजा से शादी नहीं करना चाहती थी, तो परिवार को मना कर सकती थी, शादी के बाद राज के साथ भाग सकती थी या परिवार को राज के बारे में बता सकती थी। इन सभी सवालों के जवाब के लिए सोनम-राज से पूछताछ के बाद टीम इंदौर पहुंची है। पुलिस दो दिन से आरोपियों के परिवार और उनसे जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है।
4 दिन ही ससुराल में
शिलांग पुलिस ने राजा के परिजन से भी पूछताछ की। चर्चा का केंद्र राजा और सोनम की शादी, उनके वैवाहिक जीवन और सोनम के व्यवहार पर रहा। परिजन ने बताया कि सोनम शादी के बाद चार दिन घर रही थी। उसके बाद उसका व्यवहार सामान्य नहीं था। इन बयानों के आधार पर पुलिस अब शादी के कुछ समय पहले से हत्या की साजिश की आशंका पर काम कर रही है। यह भी पढ़ें- आज भोपाल समेत इन जिलों में मानसून की धमाकेदार एंट्री, झमाझम बारिश के 4 सिस्टम एक्टिव एक माह पहले रच लिया था षड्यंत्र
पूछताछ में यह भी सामने आया कि सोनम, राज और विशाल एक स्थानीय रेस्तरां में एक-दो बार साथ देखे गए थे। वहीं, एक फोटोग्राफर द्वारा 23 मई को पोस्ट किए गए वीडियो में राजा, सोनम और अन्य आरोपी शिलांग की वादियों में घूमते नजर आए। बताते हैं कि सोनम ने शादी के करीब एक माह पहले ही राजा को रास्ते से हटाने की योजना बना ली थी।
राज के घर पहुंची टीम, टैक्सी चालक की तलाश
बुधवार देर शाम शिलांग पुलिस की टीम आरोपी राज कुशवाह के इंदौर स्थित घर की तलाशी के लिए पहुंची। पुलिस अब उस रूट और टैक्सी चालक की तलाश कर रही है, जो सोनम को इंदौर से गाजीपुर ले गया था।
राज की दादी का निधन
इस बीच जानकारी मिली है कि आरोपी राज की दादी का निधन हो गया है। डीसीपी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि मेघालय पुलिस की जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। आरोपी राज ही सोनम से संपर्क में था। इस बात की जानकारी मेघालय पुलिस पहले ही दे चुकी है।