भारत मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के वैज्ञानिक डॉ. वीएस यादव ने बताया कि तेज गर्मी के कारण कभी-कभी ऐसी स्थिति बनती है। इसे लोकल सिस्टम कहा जाता है। हवा के कारण बादल छा जाते हैं। अप्रेल में तापमान बढ़ने के साथ हवा की गति भी तेज हुई है। पश्चिमी मध्य प्रदेश में दो तरफ से कम दबाव का क्षेत्र बनना और लगातार ट्रफ लाइन गुजरने से भी मौसम का यह रूप सामने आया है। तीन-चार दिन तापमान ऐसा ही रहेगा।
जानें, क्या है लोकल सिस्टम
लगातार दो से तीन दिन तेज गर्मी हो तो इस तरह के लोकल सिस्टम बनते हैं। इन्हें थंडर स्टॉर्म भी कहा जाता है। मौसम विभाग के अनुसार, यह मौसम की स्थानीय प्रणाली होती है। जो दिन में आर्द्रता, तापमान में बदलाव और हवा की गति से सक्रिय होती है।ऐसे बनता है लोकल सिस्टम
- दिन में तेज धूप से धरती की सतह गर्म होती है। इससे गर्म हवा हल्की होकर ऊपर उठने लगती है।
- गर्म या नम हवा ऊंचाई पर जाकर ठंडी होकर वाष्प में बदलती है। इससे स्थानीय स्तर पर बादल बनते हैं।
- बादल बनने, गर्म हवा के ऊपर जाने व ठंडी हवा के नीचे आने की स्थिति चक्र के रूप में चलती है।
- इस प्रक्रिया से तेज हवा व बादलों की स्थिति निर्मित होती है। इसे ही गरज-चमक भी कहा जाता है।