अब रिमूवल टीम को बॉडी वार्न कैमरों से लैस करने के लिए टेंडर जारी किया गया है। इसका उद्देश्य है कि विवाद की स्थिति में निगम के पास घटना का वीडियो रहेगा और अभद्रता करने वाले कैमरों में कैद होंगे। इसी उद्देश्य से पहले ट्रैफिक पुलिस के लिए बॉडी वार्न कैमरे खरीदे गए थे, लेकिन ट्रैफिक पुलिस इनका उपयोग करने से बचती है।
पहले हो चुकी है मारपीट
मालूम हो, अतिक्रमण हटाने के दौरान रिमूवल विभाग के कर्मचारियों से कई बार मारपीट तक हो चुकी है। निगम की टीम पर भी बदसलूकी और अवैध वसूली के आरोप लगते हैं। निगम की टीम से विवाद करने वालों की पहचान नहीं होने के कारण पुलिस कार्रवाई नहीं होती है और इनकी गिरतारी में खासी मशक्कत करनी होती है। इसका हल तलाशने के लिए निगम ने बॉडी वार्न कैमरे खरीदने की योजना बनाई है।
कहीं फिजूलखर्ची साबित न हो
ट्रैफिक पुलिस के फील्ड में तैनात जवानों को यही कैमरे दिए थे। कुछ समय बाद मैदान से ये कैमरे गायब हो गए। आशंका है कि कहीं ऐसा ही हाल इन बॉडी वार्न कैमरों का न हो और महंगे कैमरे अनुपयोगी ही रहें।
फल विक्रेता वाला वीडियो हुआ था वायरल
हाल ही में रिमूवल विभाग की टीम ने फुटपाथ पर ठेला लगाकर फल बेच रहे युवक का ठेला जब्त किया तो विवाद हुआ था। निगम की टीम ने फल (आम) जमीन पर रखे थे। इसके वायरल वीडियो में निगम के विरोध में प्रतिक्रियाएं मिली थीं।