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गिरफ्तार आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेने के बाद मेघालय पुलिस उनके घर सर्चिंग करने पहुंची। हालांकि इस बात का खुलासा नहीं हुआ कि आरोपियों के घर से मामले से जुड़ा कौन-सा सामान जब्त हुआ। सोनम की एक और करतूत भी सामने आई है, वह शिलांग में आरोपियों के साथ राजा को मौत के घाट उतारने के बाद इंदौर आ गई थी। उसे इंदौर से फरार करने में प्रेमी राज ने साथ दिया। दो दिन बाद वह फरार हो गई और किसी को भनक तक नहीं लगी। इसके बाद वह गाजीपुर (उप्र) में ढाबे पर मिली।
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हनीमून पर मेघालय के शिलांग गए इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा (30) पिता अशोक रघुवंशी निवासी सहकार नगर, कैट रोड की हत्या में नया खुलासा हुआ है। शिलांग पुलिस ने इंदौर पुलिस को बताया कि 23 मई को दोपहर करीब डेढ़ बजे सोनम से इंदौर में सास उमा ने फोन पर आखिरी बार बात की थी। उस समय वह हांफते हुए बात कर रही थी। बाद में सोनम का फोन नंबर बंद हो गया। राजा का फोन नंबर बंद होने पर परिवार चिंतित हो गया। उसी दिन दोपहर में राजा, सोनम के अलावा वारदात स्थल पर इंदौर नंदबाग निवासी विशाल चौहान, आकाश राजपूत, आनंद कुर्मी मौजूद थे।
सोनम व अन्य आरोपी शव खाई में फेंक हो गए फरार
सूत्रों की मानें तो सभी राजा से बात कर रहे थे। उस दौरान शिलांग से 400 रुपए में खरीदे हथियार डाओ से सबसे पहले विशाल ने राजा के सिर पर वार किया। यह भी बताया गया कि जिस डाओ से लकड़ी का मोटा तना आसानी से कट जाता है। उसके एक वार से राजा निढाल हो गया था। इसके बाद विशाल से डाओ लेकर आनंद ने राजा के सिर पर वार किया, जिससे राजा की मौके पर मौत हो गई। उसके शव को ठिकाने लगाने में सोनम ने तीनों हमलावर का साथ दिया। खाई में शव फेंकने के बाद सभी वहां से फरार हो गए। ये भी पढ़े –
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क्राइम ब्रांच एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि राजा हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी राज कुशवाह निवासी लक्ष्मणपुरा, उसके साथी विशाल चौहान, आकाश राजपूत, आनंद कुर्मी सभी निवासी नंदबाग से मेघालय पुलिस ने पूछताछ की है। पूछताछ में राज ने बताया कि वारदात के पहले उसने राजा की हत्या के लिए तीनों दोस्तों को 50 हजार रुपए नकद और एक नया मोबाइल खरीदकर दिया था। राज पैसा कहां से लाया, इस दिशा में जांच चल रही है। वहीं जिस नए नंबर से पूरे हत्याकांड की साजिश रची गई, उसे किसने इस्तेमाल किया ये जांच का विषय है।
मेघालय सरकार से हम माफी मांगते हैं : विपिन
शिलांग पुलिस के अधिकारी मंगलवार को कैट रोड स्थित दिवंगत राजा के घर पहुंचे। अधिकारी ने इस घटना को लेकर शोक व्यक्त करने की बात कही। वहीं भाई विपिन ने कहा कि राजा के साथ वारदात करने वालों को फांसी दी जाए। मैं मेघालय सरकार से माफी मांगता हूं। हमने सोनम को तलाशने के लिए मेघालय सरकार को हाइलाइट किया था। हमें माफ कर दीजिए। हमें नहीं पता था, आप लोगों की टीम अंदर ही अंदर क्या काम कर रही है। जो हमें वहां दिख रहा था, उस तरह हमने मीडिया के सामने बयान दिया। क्राइम ब्रांच एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने आरोपी राज, विशाल, आकाश, आनंद को कोर्ट में पेश कर 7 दिन ट्रांजिट रिमांड पर लेने की बात कही।
सोनम व अन्य आरोपी ऐसे हुए फरार…
सूत्रों की मानें तो शिलांग की सोहरा पुलिस ने वारदात की कड़ी जोड़ी है। इंदौर से ट्रेन से वारदात करने आए विशाल, आकाश और आनंद ने वहां दो स्कूटर किराये पर लिए। तीनों टूरिस्ट प्लेस पहुंचे। वहीं राजा-सोनम भी स्कूटर से आए। राजा की हत्या के बाद सोनम व अन्य आरोपी स्कूटर से भाग निकले। राजा ने जो स्कूटर किराये पर लिया था, उसे गुमराह करने को चाबी लगाकर छोड़ दिया। इसके बाद सोनम और तीनों आरोपी दोनों स्कूटर से आगे गए। यहां रास्ते में उतरकर सोनम फरार हो गई।
25 मई को इंदौर पहुंची
पुलिस के अनुसार वारदात के बाद सोनम खासी हिल्स से फरार हो गई और 25 मई को इंदौर आ गई। यहां राज के पास दो दिन रुकी। राज ने उसे देवास नाका से किराये की टैक्सी में सोनम को बनारस भेज दिया। इसके बाद सोनम फरारी काटती रही। ये भी पढ़े –
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सोहरा पुलिस को जांच में एक ऐसा नया मोबाइल नंबर मिला, जिसने हत्याकांड की गुत्थी खोल दी। उक्त नंबर को सर्विलांस पर रखा। आरोपियों में से कोई एक व्यक्ति उक्त नंबर को 16 से लेकर 23 मई तक चलाता रहा, बाद में ये नंबर बंद हो गया।
हनीमून मर्डर की मिस्ट्री मेघालय पुलिस ने ऐसे सुलझाई
- ‘ऑपरेशन हनीमून’ में हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने को 120 सदस्यों की टीम बनाई।
- 20 को कोर यूनिट में रखा।
- सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
- सैकड़ों टूरिस्ट-गाइड के बयान।
- फोरेंसिक और तकनीकी सबूतों के आधार पर जांच।