यहां सरकारी जमीन पर कब्जा कर पार्क, रोड, नाली और गेट भी बना लिया था। इस जमीन के कुछ हिस्से पर प्लाटिंग भी शुरू कर दी थी। तहसीलदार प्रदीप तिवारी ने राजस्व अमले के साथ मौके पर पहुंचकर जेसीबी मशीन से भव्य प्रवेशद्वार को जमींदोज कराया।
फार्मलैंड मामले में हो चुकी गिरफ्तारी
इससे पहले फार्मलैंड बेचने के नाम पर शहर के लोगों को एक करोड़ 11 लाख 11 हजार रुपए से अधिक का चूना लगाने वाले अर्थ डेव्लपर्स एंड बिल्डर्स के संचालक नीरज ललित प्रताप सिंह पर बरगी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। यह एफआइआर नौ सेना के कमांडर अभिषेक तिवारी की शिकायत पर दर्ज की गई थी। तिवारी से भी फार्म लैण्ड के नाम पर 50 लाख रुपए ठग लिए गए थे।
ये है मामला
नीरज के पास 24 एकड़ जमीन है। लेकिन इसी से लगी 16 एकड़ सरकारी जमीन को भी उसने अपने कब्जे में कर लिया था। इसकी शिकायत पर अनुविभागीय राजस्व अधिकारी जबलपुर अभिषेक सिंह ने जांच के निर्देश तहसीलदार को दिए थे। तहसीलदार न्यायालय में चली सुनवाई बाद जब सीमांकन कराया गया तो यह सरकारी जमीन निकली। न्यायालय ने 20 जून बेदखली आदेश पारित किया गया था। अर्थ बिल्डर्स एवं डेवलपर्स प्रोपराइटर नीरज ललित प्रताप सिंह के अवैध अतिक्रमण को हटाया। 6.47 हेक्टेयर शासकीय जमीन मुक्त कराई गई।- प्रदीप तिवारी, तहसीलदार