लॉस्ट बॉल पर जीती टीम तो मना रहे थे जश्न
आरक्षक सौरभ शुक्ला केवल 21 साल की उम्र में पुलिस में भर्ती हो गए थे, साइबर क्राइम के बारे में काफी जानकार थे। कुछ समय पहले ही उन्हें साइबर सेल से लार्डगंज थाना पदस्थ किया गया था। खेल के प्रति गहरा लगाव था। रविवार को चरगवां थाना क्षेत्र के सुनवारा गांव में क्रिकेट प्रतियोगिता चल रही थी। खिलाडिय़ों ने उन्हें बुलाया तो वे मैदान पर पहुंच गए। चश्मदीद ने बताया कि वे विकेट कीपिंग कर रहे थे, लास्ट बॉल पर टीम जीती तो सभी जश्न मनाने लगे। सौरभ ने चीयर किया इसी दौरान उन्हें घबराहट और बेचैनी होने लगी तो और बेसुध हो गए जिसके बाद उन्हें तुरंत साथी अस्पताल लेकर भागे लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही सौरभ की सांसें थम गईं।
20 अप्रैल को हुई है बहन की शादी
बताया गया है कि सौरभ की बहन की शादी 20 अप्रैल को हुई थी। उसी के लिए अवकाश लिया था। रविवार को बहन को ससुराल से विदा कराकर घर लौटे। परिवार के साथ बैठने के बाद वे मैदान पर क्रिकेट खेलने पहुंच गए। लेकिन वहां से उनका पार्थिव शरीर ही आया। सौरभ की मौत की खबर लगते ही परिवार सदमे में डूब गया। सौरभ का ढाई साल का एक बेटा है जिसका नाम प्रथम है। जब मासूम बेटे प्रथम ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी तो हर किसी की आंख नम हो गई।
इकलौते बेटे की मौत ने तोड़ा
सौरभ घर के एकलौते कमाने वाले शख्स थे। उनकी मौत ने पिता कृष्ण कुमार और मां विजय लक्ष्मी को बुरी तरह तोड़कर रख दिया है। जिस घर में शादी की खुशियां थीं, वहां पलभर में मातम का माहौल बन गया। गांव के युवक की मौत से पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। पत्नी अंकिता रह रहकर बेहोश हो रहीं थीं। बहन की भी हालत खराब थी।
हाल की तीसरी घटना
इस तरह से हार्ट अटैक आने से मौत का यह तीसरा मामला है। इससे पहले रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के गेस्ट टीचर को उस समय अटैक आया जब वे घर से तैयार होकर विश्वविद्यालय के लि निकलने वाले थे। ऐसे ही दोपहिया वाहन डीलर नेपियर टाऊन निवासी यतीश सिंघई (52) की जिम में एक्सरसाइज करते हुए मौत हो गई थी।