CG Murder Case: ऐसे हुआ हत्या का खुलासा
पत्रवार्ता में सोमवार को
बस्तर एसपी शलभ सिन्हा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 2 जनवरी की दरम्यानी रात को अर्चना घोष की अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को सफलता हासिल हुई है। मृतिका का ड्राइवर रोहित कश्यप इस पूरे घटनाक्रम का षडयंत्र रचा था, जो 5 साल से उनके घर पर कार चालक का काम करता था।
जिसने लूट की नियत से अपने दोस्तों जोसेफ कश्यप खड़गघाट, नीलू बघेल डोगाघाट, पप्पू बघेल को प्लान में शामिल किया। (Crime News) घर में शादी थी और ड्राइवर रोहित घर को भलीभांति पहचानता था। उसे पता था कि नीचे किराएदार नया साल बनाने के लिए बाहर गए हैं।
सीसीटीवी का डीव्हीआर इंद्रावती नदी में फेंका
वारदात को अंजाम देने पहुंचे आरोपियों ने पहले सीसीटीवी कैमरे का एंगल चेंज किया। इसके बाद आते वक्त सीसीटीवी की डीव्हीआर को अपने साथ ले गए, जिसे इंद्रावती नदी में फेंका गया है। पुलिस ने बताया कि गोताखारों की मदद से डीव्हीआर को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। गुमराह करने का किया था प्रयास
आरोपियों के द्वारा अलग-अलग पूछताछ की गई। जिसमें तीनों के स्टेटमेंट और उनके बताए गए लोकेशन मेल नहीं खा रहे थे। इससे पुलिस का शक अब यकीन में बदल गया। पुलिस ने कड़ी पूछताछ तो सभी ने अपने राज उगल दिया।
शक न हो इसलिए ड्राइवर नहीं गया था चोरी करने के लिए
उस पर पहले शक होगा, इसलिए ड्राइवर रोहित चोरी करने नहीं गया, बल्कि अपने तीनों दोस्तों को चोरी के लिए भेजा। रात 8 बजे तीनों आरोपियों ने दीवाल फांदा और फिर बालकनी में सीढ़ी लगाकर ऊपर चढ़े। यहां पर अर्चना घोष को जब किसी की आहट हुई, तो तीनों आरोपी सामने ही खड़े थे। जिन्होंने उनका आवाज बंद करने मुंह दबाया। इस दौरान अर्चना घोष ने अपनी जान बचाने का प्रयास किया, लेकिन सांस रुकने से उनकी मौत हो गई।
(chhattisgarh news) मृत देखकर तीनों घबरा गए और हड़बड़ी में उनका 50 हजार रुपए और कुछ जेवरात रखे हुए बैग को लेकर मौके से फरार हो गए। जबकि कमरे में 4 लाख रुपए और जेवरात थे।
ड्राइवर को तलाश करते हुए पुलिस ने धर दबोचा
CG Murder Case: इसके बाद से पुलिस ने सभी संदिग्धों से संपर्क कर रही थी, इस दौरान पता चला कि ड्राइवर रोहित कश्यप फरार है। उसका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है, जिसके बाद ड्राइवर को तलाश करते हुए पुलिस ने धर दबोचा। इसके साथ ही अन्य तीनों आरोपियों तक पुलिस पहुंची। जिसमें दो आरोपी पप्पू और नीलू बघेल केटरीन में काम करते हैं।