पंडित प्रदीप मिश्रा 1 मई से जयपुर में शिव महापुराण कथा सुना रहे हैं, जो 7 मई तक निर्धारित है। लेकिन कथा के तीसरे दिन यानी 3 मई को मंच से ही उन्होंने कथा के समापन की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने भीड़ की अधिकता को देखते हुए कथा की अनुमति निरस्त कर दी है, इसलिए कथा रोकनी पड़ रही है।
हालांकि, कुछ घंटों के भीतर ही पंडित प्रदीप मिश्रा ने एक वीडियो जारी कर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से अब तक उन्हें अनुमति रद्द करने संबंधी कोई आधिकारिक पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। ऐसे में कथा को स्थगित नहीं किया गया है और यह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 7 मई तक जारी रहेगी।
पहले आयोजन समिति के सचिव अनिल संत ने पुलिस पर सहयोग नहीं करने और अड़चनें डालने के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि हमारी तरफ से सभी व्यवस्थाएं थीं, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग करके रास्ते बंद कर दिए और अपने लोगों को आगे बैठा दिया। स्वयंसेवकों को अंदर नहीं आने दिया। कथावाचक ने भक्तों से अपील की है कि पांडाल नहीं आएं, बल्कि घर पर ही कथा का लाइव प्रसारण देखें, क्योंकि भीड़ क्षमता से ज्यादा हो चुकी है।
इसके बाद कथावाचक, जिला कलेक्टर जितेंद्र सोनी और पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ के बीच करीब एक घंटे तक बैठक में इसे जारी रखने पर सहमति बन गई। इसके बाद आज से फिर कथा शुरू हो रही है।