Blackout in Rajasthan: फिर अंधेरे में डूबा राजस्थान, बंद रही घरों-दुकानों की लाइट, छा गया सन्नाटा
Operation Shield: राजस्थान में 31 मई की रात 8 बजे से लेकर अलग-अलग समय पर ब्लैकआउट किया गया। इस दौरान सड़कों पर चल रही गाड़ियों की रफ्तार भी थोड़ी देर रुक गई।
केन्द्र सरकार के निर्देश पर उत्तर-पश्चिमी सीमावर्ती राज्यों में आज ‘आपरेशन शील्ड’ के तहत वायु हमलों से बचाव के लिए छद्म अभ्यास (मॉक ड्रिल) किए गए। इस अभ्यास में सिविल डिफेन्स और विभिन्न सरकारी एजेंसियों ने जनभागीदारी के साथ हवाई हमले से बचाव के प्रदर्शन किए। इसके बाद रात में अलग-अलग समय के लिए ब्लैक आउट किया गया, जिससे राजस्थान के कई शहर अंधेरे में डूब गए। राजधानी जयपुर में रात 9 बजे 15 मिनट का ब्लैक आउट किया गया।
जैसलमेर शहर की बात करें यहां रात के आठ बजते ही पूरा शहर ठहर गया। चारों तरफ सन्नाटा, गलियों में अंधेरा और घरों-दुकानों की लाइटें पूरी तरह बंद रहीं। जैसलमेर शहर के चिन्हित इलाके में जैसे ही सायरन गूंजा, नागरिकों ने तत्काल सभी लाइटें बंद कर दीं। कुछ ही मिनटों में पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब गया।
लोगों ने घरों के पर्दे खींच दिए, खिड़कियों पर काले कागज चिपका दिए और वाहनों को वहीं रोककर लाइट बंद कर दी। ब्लैक आउट के दौरान शहर में किसी प्रकार की अफरा-तफरी नहीं दिखी। प्रशासन की अपील पर लोगों ने शांतिपूर्वक अपने घरों में रहकर सहयोग किया। स्थानीय नागरिकों ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सभी प्रकार की लाइटें बंद कर दीं।
उत्तरलाई में 15 मिनट के लिए ब्लैक आउट
बाड़मेर के उत्तरलाई एयरफोर्स स्टेशन और उसके आस पास के इलाकों में शनिवार को पंद्रह मिनट के लिए ब्लैक आउट रखा गया। जिला कलक्टर टीना डाबी ने बताया कि जनहानि से बचने के लिए शनिवार को रात्रि 8.05 बजे से 8.20 बजे तक पंद्रह मिनट का ब्लैक आउट किया गया। रात्रि 8.05 बजे साइरन की आवाज तथा अन्य वैकल्पिक माध्यमों से ब्लैक आउट आरंभ होने की सूचना दी गई। इसमें समस्त रोड लाइटें बंद रखी गई। आमजन ने स्वेच्छा से लाइटें बंद कर दी।
उन्होंने बताया कि ब्लैक आउट का उद्देश्य जनहानि को रोकने के लिए दृश्यता कम करना होता है। रात्रि के समय आबादी वाले क्षेत्रों की पहचान नहीं हो सकेगी। लाइट बंद रखने की प्रक्रिया ऑटो जनसेट तथा इनवर्टर से संचालित स्थलों के लिए भी अपनाई गई। वाहन का उपयोग लेते समय ब्लैक आउट की घोषणा होते ही वाहन की हैडलाइट बंद कर चालक एक तरह खड़े हो गए। जिला कलक्टर ने ब्लैक आउट में सहयोग करने के लिए आमजन का आभार जताया।
दौसा 10, जोधपुर में 13 मिनट रहा ब्लैक आउट
दौसा शहर में शनिवार रात्रि 8.20 से 8.30 बजे तक ब्लैक आउट रहा। इस दौरान दौसा शहर की विद्युत निगम की ओर से 10 मिनट के लिए बिजली बंद की गई। वहीं जोधपुर शहर में भी रात 8 बजकर 23 मिनट पर 13 मिनट के लिए ब्लैकआउट किया गया। इस दौरान शहर अंधेरे में डूबा रहा।
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वहीं चूरू जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा के निर्देशन में शनिवार को जिला मुख्यालय पर कुछ क्षेत्रों में ‘ऑपरेशन शील्ड’ अंतर्गत ब्लैक आउट अभ्यास किया गया। जिला मुख्यालय पर कुछ क्षेत्रों में रात करीब 8 बजे सायरन की आवाज के साथ ही ब्लैकआउट किया गया। करीब 15 मिनट के अभ्यास के बाद धीमे व कम समय के लिए सायरन की आवाज से सामान्य स्थिति में लौटने के लिए सूचना दी गई।
इसके साथ ही बांसवाड़ा, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, बीकानेर, अजमेर, डीग, नागौर, प्रतापगढ़, हनुमानगढ़, जालोर और भीलवाड़ा सहित कई शहरों में ब्लैकआउट किया गया। बता दें कि इससे पहले 7 मई 2025 को भी राजस्थान के 28 शहरों में एयर स्ट्राइक से बचाव के लिए मॉक ड्रिल और रात को ब्लैकआउट एक्सरसाइज की गई थी।