हालांकि क्रांतिकारी टैक्सी ड्राइवर एसोसिएशन जयपुर प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह रत्नू ने साफ कर दिया है कि हम सिर्फ हड़ताल कर रहें है। ऑटो टैक्सी वाले अगर हमारी हड़ताल में शामिल होते है या नहीं होते है, यह उनकी मर्जी है। लेकिन हमारे किसी भी कैब ड्राईवर साथी की ओर से ऑटो टैक्सी वालों के साथ में कोई भी गलत व्यवहार नहीं किया जाएगा। अगर किसी ऑटो टैक्सी वाले के साथ ऐसा हुआ है तो मैं उसकी निंदा करता हूं।
रत्नू ने कहा कि कोई भी कैब ड्राइवर कानून को अपने हाथ में नहीं ले। हम शांत तरीके से हमारी हड़ताल कर रहे है। आज शहीद स्मारक पर हमारा धरना है। आज हमारी हड़ताल का चौथा दिन है। हड़ताल में पांच हजार से ज्यादा कार टैक्सी ड्राईवर शामिल है। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी। हमारी हड़ताल जारी रहेगी।
बोले – ऑटो यूनियन अध्यक्ष..मारपीट की तो पुलिस केस होगा..
वहीं पिंकसिटी ऑटो चालक यूनियन प्रदेशाध्यक्ष अमर सिंह चौहान ने कहा कि कैब ड्राइवरों की हड़ताल से हमे एतराज नहीं है। लेकिन ऑटो यूनियन इस हड़ताल में शामिल नहीं है। जानकारी आ रहीं है कि जगह जगह ऑटो टैक्सी वालों को परेशान किया गया है। इस मामले में हमारी पुलिस अधिकारियों से भी बात हुई है। मेरा सभी ऑटो ड्राइवरों से कहना है कि अगर कोई रास्ते में रोककर परेशान करता है तो उसका फोटो या वीडियो बनाएं। 100 नंबर पर पुलिस को सूचित करे। हमारी यूनियन सभी ऑटो ड्राइवरों के साथ खड़ी है। वहीं अमर सिंह ने कहा कि कैब कंपनियां अगर कार टैक्सी वालों के साथ गलत कर रहीं है तो उनका बहिष्कार करना चाहिए। जयपुर में भी मुंबई व अन्य बड़े शहरों की तर्ज पर मीटर डाउन कर कार टैक्सियां चलानी चाहिए। कैब कंपनियां अपने आप समझौता करने को मजबूर हो जाएगी।
4 मांगों को लेकर कैब ड्राइवर हड़ताल पर..
कैब ड्राइवर 4 मांगों को लेकर हड़ताल कर रहें है। इनमें सरकार से न्यूनतम किराया सूची, सभी कैब ऐप आधारित प्लेटफॉर्म का जयपुर में कार्यालय, चालकों के लिए बीमा, सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना और सभी ऐप कंपनियों से निजी वाहनों को हटाना शामिल है।