जयपुर। राज्य में जीवन शैली आधारित बीमारियां तेजी से पैर पसार रही हैं। प्रदेश में एक महीने तक चलाए गए मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों से सामने आए आंकड़ों में 1.30 लाख लोग डायबिटीज और बीपी की समस्या के शिकार पाए गए हैं। चिंता की बात यह है कि इन्हें इन बीमारियों की जानकारी ही नहीं थी।
30 वर्ष से अधिक उम्र के 5 लाख लोगों की डायबिटीज जांच में 62 हजार और 5.25 लाख लोगों की बीपी जांच में 68 हजार इन रोगों से पीड़ित मिले हैं। 4.50 लाख से अधिक की कैंसर स्क्रीनिंग में 8 हजार संभावित रोगी मिले हैं। राज्य में 15 दिसम्बर 2024 से 31 जनवरी, 2025 तक 3219 आयुष्मान आरोग्य शिविर आयोजित किए गए थे।
इन शिविरों में 11.57 लाख से अधिक लोगों को विभिन्न तरह की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की गई थीं। इन शिविरों के माध्यम से ऐसे रोगियों को चिन्हित किया गया जो किसी न किसी कारण से स्वास्थ्य जांच नहीं कराने के कारण विभिन्न रोगों से ग्रसित हो रहे थे। डेढ़ माह तक आयोजित किए गए इन शिविरों में 12.82 लाख से अधिक लोग उपस्थित हुए।
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों में 37 प्रकार की स्वास्थ्य जांचें
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों में 37 प्रकार की स्वास्थ्य जांचें एवं जिला अस्पताल स्तर पर उपलब्ध दवाइयों से रोगियों का उपचार किया गया। किसी मरीज को सर्जरी या आवश्यक उपचार की आवश्यकता है तो उन्हें रेफर कर इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा है। -गजेन्द्र सिंह खींवसर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री