डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया कि आरोपी राह चलते लोगों को गाली-गलौच या गाड़ी टच होने का बहाना बनाकर लूट करता था। थानाप्रभारी बनवारी लाल ने बताया कि इस संबंध में प्रेमचंद सैनी (60) ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
उन्होंने बताया कि 15 अप्रेल को दो युवक बाइक पर आए और स्कूटी को ओवरटेक कर रोका और पर्स, आईडी कार्ड और 5000 रुपए छीनकर फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पहचान कर पुलिस ने उसे वारदात की फिराक में ही पकड़ लिया।
इस तरह करते वारदात
आरोपी वर्ष 2016 में गांव नूंदरी, ब्यावर से जयपुर आया था। यहां नशे की लत के चलते उसने चोरी और लूटपाट की वारदातें शुरू की। उसने पुलिस को बताया कि वह स्मैक के बिना एक पल भी नहीं रह सकता है। वर्ष 2016 से अब तक उसने इतनी वारदातें की हैं कि उसे संख्या तक याद नहीं है।
आरोपी चोरी की बाइक से वारदात करता था। एक व्यक्ति बाइक पर बैठा रहता और दूसरा उतरकर गाड़ी टच होने या या गाली गलौच का बहाना बनाकर पीड़ित को टंगड़ी मारता। फिर पर्स, नकदी या कीमती सामान छीनकर फरार हो जाते।