मनोज मीणा ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने एमए फाइनल ईयर और बीएड फाइनल ईयर के अपियरिंग छात्रों से आवेदन तो स्वीकार किए, लेकिन अब उन्हें परीक्षा में बैठने से वंचित किया जा रहा है।
इसके अलावा, फर्स्ट ग्रेड परीक्षा की तिथि यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षा से टकरा रही है, जिससे हजारों अभ्यर्थियों के लिए असमंजस की स्थिति बन गई है। मीणा ने इसे अभ्यर्थियों के साथ खुला अन्याय करार देते हुए सरकार की उदासीनता पर सवाल उठाए।
6 जून से चलेंगे ये कार्यक्रम
प्रेस वार्ता में आंदोलन की रूपरेखा बताते हुए मीणा ने बताया कि 6 जून से ‘जनप्रतिनिधियों को चिट्ठी लिखो’ अभियान शुरू होगा, जिसमें जनप्रतिनिधियों से मांगों के समर्थन की अपील की जाएगी। 7 जून को ‘अधिकारियों को पकड़ो’ अभियान के तहत प्रशासनिक अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा। वहीं, 8 जून को ‘नेताओं को पकड़ो’ अभियान के जरिए नेताओं से सीधा संवाद स्थापित कर मांगें रखी जाएंगी।
अपनी मांगों के लिए युवा एकजुट
मनोज मीणा ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार ने युवाओं की मांगों को नजरअंदाज किया तो आंदोलन को निर्णायक रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवा अब अपनी मांगों के लिए एकजुट हो चुके हैं और सरकार को हर हाल में जवाब देना होगा। इस प्रेस वार्ता में बड़ी संख्या में युवा मौजूद रहे, जिन्होंने आंदोलन को समर्थन देने का संकल्प लिया। युवाओं का कहना है कि सरकार को अभ्यर्थियों की समस्याओं का तुरंत समाधान करना चाहिए, ताकि बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो।