शिक्षा मंत्री का सख्त निर्देश: बिना फील्ड विजिट नहीं चलेगा काम!
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिना फील्ड विजिट के वास्तविक मूल्यांकन संभव नहीं है। उन्होंने विभाग के अधिकारियों और पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे माह में न्यूनतम 4 दिन ग्राम पंचायतों में अनिवार्य रूप से ठहरें, ताकि योजनाओं की जमीनी हकीकत समझी जा सके और छात्रों के समग्र विकास के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें। शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि फील्ड विजिट के दौरान आने वाला आवागमन और ठहराव का समस्त व्यय सरकार वहन करेगी, और प्रत्येक अधिकारी को अपनी रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत करनी होगी।
घटिया कार्य की जिम्मेदारी तय कर सख्त कार्रवाई
इसके साथ ही उन्होंने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोताही न बरतने की सख्त चेतावनी दी, और कहा कि घटिया कार्य की जिम्मेदारी तय कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में विशिष्ट शासन सचिव विश्वमोहन शर्मा, राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अनुपमा जोरवाल, निदेशक माध्यमिक व प्रारंभिक शिक्षा सीताराम जाट, संयुक्त शासन सचिव मनीष गोयल, अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक सुरेश कुमार बुनकर, विशेषाधिकारी सतीश गुप्ता सहित अन्य विभागाधिकारी उपस्थित रहे।