बारिश के चलते कई स्थानों पर विद्युत पोल गिरने, ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी तथा तार टूटने की घटनाएं सामने आईं। लेकिन इन सभी समस्याओं का निस्तारण डिस्कॉम की फील्ड टीमों ने बिना देर किए त्वरित रूप से किया। बिजली की आपूर्ति बहाल करने में न केवल पुरुष कर्मियों ने, बल्कि महिला अभियंताओं ने भी पूरी सक्रियता से भागीदारी निभाई।
बारिश के दौरान बिजली से जुड़ी सावधानियों का विशेष ध्यान रखें
1. गीले हाथों से बिजली के उपकरण न छुएं
बरसात में हाथ अक्सर गीले रहते हैं। ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को छूना जानलेवा हो सकता है। इलेक्ट्रिक शॉक का खतरा बहुत बढ़ जाता है, इसलिए पहले हाथ सुखाएं, फिर ही कोई स्विच या उपकरण प्रयोग करें।
2. खुले तारों और खंभों से दूरी बनाए रखें
सड़कों या गलियों में गिरे हुए बिजली के तार या गीले खंभे गंभीर खतरे का कारण बन सकते हैं। ऐसे किसी भी स्थान पर न जाएं और न ही दूसरों को पास जाने दें।
3. ट्रांसफार्मर और फ्यूज यूनिट से रहें दूर
ट्रांसफार्मर, फ्यूज कंडक्टर या कोई भी ओपन पावर डिवाइस बारिश में और ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं। इन्हें छूना तो दूर, इनके पास खड़े रहना भी जान जोखिम में डाल सकता है।
4. घर की अर्थिंग की जांच अवश्य करवाएं
घर में करंट लगने की कई घटनाएं खराब अर्थिंग की वजह से होती हैं। बरसात में यह समस्या और बढ़ जाती है, इसलिए किसी प्रशिक्षित इलेक्ट्रिशियन से समय-समय पर अर्थिंग की जांच जरूर करवाएं।
5. अस्थायी बिजली कनेक्शन से बचें
कई बार लोग किसी अस्थायी सॉकेट या तार से बिजली ले लेते हैं। यह असुरक्षित होता है और छोटे से स्पार्क से बड़ी दुर्घटना हो सकती है। हमेशा प्रमाणित और सुरक्षित कनेक्शन का ही उपयोग करें।
6. कोई समस्या हो तो हेल्पलाइन 18001806045 पर तुरंत कॉल करें
यदि कहीं भी बिजली से जुड़ी कोई तकनीकी समस्या, तार टूटना, खंभा गिरना या शॉर्ट सर्किट जैसी स्थिति दिखे तो तुरंत डिस्कॉम की हेल्पलाइन पर संपर्क करें। किसी अन्य उपाय में समय गंवाना जान को जोखिम में डाल सकता है।
7. बच्चों को जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रखें
बच्चे पानी में खेलने लगते हैं, लेकिन उन्हें यह पता नहीं होता कि पानी के नीचे कोई तार पड़ा हो सकता है। बरसात के दिनों में जलभराव वाले क्षेत्रों में बच्चों का जाना पूरी तरह रोकें। बच्चों की सुरक्षा के लिए यह सबसे जरूरी कदम है।
604 शिकायतें तुरंत सुलझाईं, 73 सुरक्षा समस्याओं पर तत्काल कार्रवाई
बारिश के दौरान जोधपुर डिस्कॉम को कुल 604 बिजली आपूर्ति बाधित होने की शिकायतें प्राप्त हुईं, जिन्हें कर्मचारियों ने तुरंत सुलझाया। इसके अलावा सुरक्षा से जुड़ी 73 गंभीर शिकायतों को भी प्राथमिकता के साथ निपटाया गया। यह संपूर्ण अभियान डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक डॉ. भंवरलाल के मार्गदर्शन में संचालित हुआ, जिन्होंने पल-पल की स्थिति पर नजर रखते हुए अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए रखा।
प्रबंध निदेशक ने की सतर्कता की अपील, साझा किए 7 महत्वपूर्ण सुझाव
डॉ. भंवरलाल ने आमजन से अपील की है कि वे बारिश के मौसम में बिजली से संबंधित सुरक्षा उपायों का विशेष रूप से पालन करें। उन्होंने सात सुझाव साझा किए हैं, जिनका पालन कर विद्युत दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।