ये है मामला प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत 1160 वर्ग मीटर जमीन का पट्टा जारी किया। काम शुरू हुआ तो स्थानीय लोगों ने निगम में शिकायत की। निगम की आमेर-हवामहल जोन कार्यालय ने जांच करवाई तो रिपोर्ट में पट्टा फर्जी निकला। उपायुक्त ने प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए कोतवाली थाना पुलिस को पत्र भी लिखा। हालांकि, निगम की ये कार्रवाई दिखावे की साबित हुई।
डीसी लैंड की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैरिटेज निगम में उपायुक्त-लैंड की जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं है। सात जुलाई को निगम आयुक्त कार्यालय से आदेश निकाला गया। इसमें लैंड शाखा के उपायुक्त पद पर सरिता मल्होत्रा को लगा दिया। हंसा मीणा को हटा दिया। सूत्रों की मानें तो वे जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं।
दरअसल, निगम में ये बदलाव स्वायत्त शासन विभाग में बीते सप्ताह हुई बैठक के बाद लिया गया। इसमें लैंड शाखा के प्रकरणों पर चर्चा हुई और उसमें कई पुराने प्रकरणों में लापरवाही सामने आई थी।