बैठक में पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित बीमा और वित्त विभाग के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। मंत्री कुमावत ने योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश देते हुए कहा कि पशु के हेल्थ सर्टिफिकेट के साथ ही बीमा पॉलिसी भी जारी की जाए, ताकि काम निर्धारित समय में पूरा हो सके। उन्होंने पिछली प्रक्रिया की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए सर्वेयर की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2024-25 में कुल 16.72 लाख ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 9.76 लाख पशुओं के हेल्थ सर्टिफिकेट जारी हो चुके हैं और 4.40 लाख की बीमा पॉलिसी तैयार की गई है। शेष कार्य को भी शीघ्र पूर्ण किया जाएगा।
योजना की मुख्य 6 विशेषताएं
1-योजना के अंतर्गत पात्र जनआधार धारक पशुपालकों के दुधारू या अन्य पशुओं का निःशुल्क बीमा किया जाएगा। 2-बीमा के लिए गोपालक क्रेडिट कार्ड धारकों और लखपति दीदी पशुपालकों को प्राथमिकता दी जाएगी। 3-अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लिए क्रमशः16% और 12% आरक्षण निर्धारित। 4-बीमा एक वर्ष के लिए प्रभावी होगा, जिसमें पशुपालक को कोई प्रीमियम नहीं देना होगा। 5-बीमा राशि पशु की नस्ल, उम्र व उत्पादन क्षमता के आधार पर तय होगी, जिसकी अधिकतम सीमा ₹40,000 है।
6-केवल वे पशु बीमित होंगे जो किसी अन्य योजना के अंतर्गत बीमित न हों।