इसके अगले चरणों में बीकानेर रेंज से गुजरने वाले सभी स्टेट और नेशनल हाइवे पर यह व्यवस्था की जाएगी। इसका सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। हाइवे पर ओवर स्पीड और ओवरलोड वाहनों वाहनों पर कार्रवाई के लिए पुलिस के पास इंटरसेप्टर वाहन है। परन्तु यह सीमित संख्या में होने और लम्बे- चौड़े हाइवे पर वाहनों की जांच करना संभव नहीं है।
करेंगे समय-स्पीड की काउंटिंग
हाइवे पर उच्च क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगाकर अभय कमांड एंड पुलिस कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा। इन कैमरों से वाहनों की स्पीड व समय काउंटिंग की जा सकेगी। मसलन एक टोल से दूसरे टोल के बीच की दूरी और वाहन की स्पीड लिमिट से तय हो जाएगा कि वाहन को पहुंचने में कितना समय लगना चाहिए। तय समय से पहले कोई वाहन पहुंचेगा तो उस पर ओवर स्पीड की कार्रवाई की जा सकेगी। इसी तरह ओवरलोड वाहन ट्रेक हो सकेंगे। साथ ही हाइवे से मादक पदार्थ तस्करी करने वालों पर भी नजर रखी जा सकेगी।
यह ब्लैक स्पॉट चिन्हित
बीकानेर में एक, श्रीगंगानगर में सात, हनुमानगढ़ में पांच और चूरू में एक ब्लैक स्पॉट को चिन्हित है। बीकानेर में जयपुर रोड वैष्णोधाम से खाटू श्याम मंदिर तक, श्रीगंगानगर में अनूपगढ़ के 87 जीबी, एसएफ पुलिया, 6पी, बीबी तिराहा, राजियासर के मोकलसर फांटा, हनुमानगढ़ में भारत माता चौक से जीएम रिपोर्ट सतीपुरा बाइपास, थालड़का बस स्टैंड, भादरा के करनपुरा सिकरोडी मोड एवं चूरू के रतनगढ़ में चिन्हित किया हैं। यह भी पढे़ं :
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बीते दो माह में बीकानेर रेंज में 295 सड़क हादसों में 195 लोगों की जान चली गई। घायलों की संख्या में कमी जरूर आई लेकिन, मौत का आंकड़ा 17 प्रतिशत बढ़ा है। मौतों को कम करने के लिए पुलिस प्रशासन हाइवे पर सीसीटीवी कैमरों और टोल नाकों की मदद लेगा। अकेले बीकानेर जिले में 78 लोगों की हादसे में जान गई है, वहीं 98 लोग घायल हुए हैं।
टोल नाकों से लेकर 24 किमी. तक कैमरे लगाकर अभय कमांड सेंटर से जोड़ेगे। कैमरों से स्पीड व दूरी में लगे समय के आधार पर ओवर स्पीड वाहनों पर कार्रवाई करेंगे। पहले चरण की शुरुआत बीकानेर से की गई है। इसी साल जयपुर और जैसलमेर हाइवे को कैमरों की जद में लिया जाएगा।- ओमप्रकाश, पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज