बता दें कि इन मांगों को लेकर अगर सुनवाई नहीं हुई तो आंदोलन की रूपरेखा बनाएंगे। व्यापारियों ने यह निर्णय शनिवार को जयपुर व्यापार महासंघ की कार्यकारिणी की बैठक में लिया।
बैठक में अध्यक्ष समेत ये लोग हुए शामिल
बैठक में महासंघ के पदाधिकारियों के साथ शहर के करीब 50 व्यापार मंडलों के अध्यक्ष, मंत्री और सदस्य शामिल हुए। इसमें व्यापारियों ने दो टूक कहा कि बैठक में कोई पार्टी की बात नहीं होगी, व्यापारी हित की बात ही होगी।
बैठक में व्यापारियों ने बाजारों में ई-रिक्शा के रूट और संख्या निर्धारित करवाने की बात कही। व्यापारियों ने कहा कि बाजार में पहले एक घंटे के लिए फ्री पार्किंग होनी चाहिए, उसके बाद पार्किंग शुल्क वसूल किया जाए। ग्राहकों को वैलेट पार्किंग की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए।
ये मांगें भी की गईं
-रामलीला मैदान में अंडरग्राउंड पार्किंग बनाई जाए।
-जिन बाजारों में सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं, वहां सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
-व्यापारियों को ऑनलाइन व्यापार और साइबर क्राइम की जानकारी देने के लिए एक्सपर्ट को बुलाकर कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
बैठक में लिए निर्णयों की पालना के लिए दोनों महापौर और नगर निगम आयुक्तों को अवगत करवाया जाएगा। निगम ने बाजार की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
ई-रिक्शा की संख्या इतनी हो गई है कि बाजार में जाम लगा रहता है। इनकी संख्या तय करनी चाहिए। वहीं, व्यापार बचाने के लिए बाजार में आने वाले ग्राहकों के लिए एक घंटे की फ्री पार्किंग होनी चाहिए।
-सुभाष गोयल, अध्यक्ष, जयपुर व्यापार महासंघ