इसके बाद भी हमारा दर्द किसी को नजर नहीं आ रहा है। किसी को चौड़ी सड़क चाहिए तो किसी को मुआवजा, लेकिन हमारी फिक्र किसी ने नहीं की। दरअसल, हम वो पेड़ हैं जो सड़क चौड़ी करने की प्रक्रिया में पिस रहे हैं। हमारे ऊपर भी लाल रंग से नम्बर डालकर जेडीए हमें डरा रहा है। हमें अपना अस्तित्व खतरे में लग रहा है।
पत्रिका टीम ने गुरुवार को प्रभावित क्षेत्र के दोनों ओर सड़क सीमा में आने वाले पेड़ों की गिनती की। करीब 70 बड़े पेड़ सड़क सीमा में आ रहे हैं। इनमें मौलश्री, खेजड़ी से लेकर जामुन, नीम, गुलमोहर, पीपल के पेड़ शामिल हैं। कई पेड़ों की मोटाई एक मीटर से अधिक है। यदि ऊंचाई की बात करें तो 30 से 35 फीट ऊंचे हैं।
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