पुलिसकर्मी से हुई धक्का-मुक्की में पिस्टल से फायर हो गया और गोली अनस के पैर में जा लगी। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि गोली लगने से घायल हुए हिस्ट्रीशीटर अनस को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने वारदात के बाद भागे अनस को पकड़ने के लिए उसके परिजन और परिचितों सहित 25 लोगों को हिरासत में ले लिया। उसके छिपने के ठिकानों की जानकारी ली।
परिजन के साथ सैकड़ों लोग पहुंचे
इसके बाद सोमवार दोपहर आरोपी को जयपुर में घेराबंदी कर पकड़ा। इससे पहले परिजन के साथ सैकड़ों लोग पालड़ी मीणा पुलिस चौकी के बाहर सुबह 7 बजे जुट गए। साढ़े आठ बजे प्रदर्शनकारी पांच मांगों को लेकर जयपुर-आगरा हाइवे पर पहुंच गए और रास्ता जाम कर दिया। दोपहर 2 बजे पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हाइवे से हटाया, लेकिन वे फिर हाइवे जाम करने पहुंच गए।

दोपहर बाद एडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉ. रामेश्वर सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को पालड़ी मीणा चौकी की तरफ जाने वाले मार्ग पर बैठाया, जहां शाम तक वे डटे रहे। विधायक कैलाश वर्मा सहित अन्य नेता और संगठनों के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। डीसीपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि चाकू से हमला अनस व शादाब ने किया था। शादाब भी भागने के प्रयास में घायल हो गया था। मोहम्मद अनस, शादाब, अमन, गुलजार, फरमान, बिट्टू, इलयास और रिहान को गिरफ्तार किया गया है।
बाजार खुलते ही लाठी-डंडे लेकर पहुंचे
पुलिस चौकी से करीब 150 मीटर दूर हत्या की वारदात होने पर लोग आक्रोशित थे। उनका कहना था कि यहां नशा बेचने और करने वालों का जमावड़ा लगा रहता है। पुलिस कार्रवाई नहीं करती। प्रदर्शनकारियों ने पीड़ित परिवार की सुरक्षा, डेयरी बूथ दिलाने, सरकारी नौकरी देने, हमलावरों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने और 50 लाख की मदद देने की मांग को लेकर आगरा रोड पर जाम लगा दिया।
सोमवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे चालीस-पचास प्रदर्शनकारी लाठी-डंडे लेकर आगरा रोड पर खुली दुकानों को बंद कराने पहुंच गए। कुछ दुकानों में तोड़-फोड़ भी कर दी। इसके बाद आगरा रोड पर बाजार बंद रहा। वहीं, सरकार ने परिजन की चार मांगों पर सहमति दे दी। शाम को उचित मुआवजे पर सहमति बन गई, जिसके बाद धरना खत्म हुआ।
वारदात से 24 घंटे पहले किया था पोस्ट
पुलिस ने बताया कि अनस और एक युवती ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें अनस चाकू लहराते नजर आया। यह पोस्ट वारदात से 24 घंटे पहले की गई थी। पोस्ट में बहन को धन्यवाद दे रहा है। नागौर से युवती ने पोस्ट की, जिसकी भी तस्दीक की जा रही है।

तीन भाइयों में सबसे बड़ा था विपिन
पालड़ी मीणा में विपिन के घर पर मां व बहन को रिश्तेदार महिलाएं ढांढ़स बंधाने में लगी थीं। परिजन ने बताया कि तीन भाइयों में विपिन सबसे बड़ा था और उसके पांच बहनें हैं। आरोपी अनस और उसके साथियों ने घर से कुछ कदम दूर विपिन को बुलाया और उसे पकड़कर चाकू से वार करने लगे।
चीख सुनकर उसकी बहन मछला दौड़ी, लेकिन तब तक हमलावर विपिन को लहूलुहान कर मौके से भाग गए। अस्पताल में विपिन ने दम तोड़ दिया। उधर, मांगों पर सहमति बनने के बाद सोमवार शाम विपिन का पोस्टमॉर्टम किया गया। विपिन पर चाकू से कितने वार किए गए, इसकी जानकारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद पता चलेगी।

एक साल पहले युवती को लेकर हुआ था झगड़ा
पुलिस ने बताया कि एक वर्ष पहले एक युवती की बात पर अनस का विपिन से झगड़ा हुआ था। अनस आपराधिक प्रवृत्ति का है और उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। विपिन के परिजन की रिपोर्ट पर अनस को तब गिरफ्तार किया था। तब भी आरोपी ने हिरासत से भागने का प्रयास किया था।

भागते समय गिरने से उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया था। इसके बाद पुलिस ने उसका जुलूस भी निकाला था। साथ ही पालड़ी मीणा में जेडीए क्वार्टर पर कब्जा कर रहने पर उससे क्वार्टर खाली करवाया था। इसके बाद आरोपी शास्त्री नगर में रहने लगा और तभी से विपिन से बदला लेने की साजिश रच रहा था।