वीरांगनाएं देंगी हरियाली को नया रूप
इस कार्यक्रम की विशेष बात यह होगी कि कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले 21 शहीद सैनिकों की वीरांगनाएं भी इस वाटिका में पौधारोपण करेंगी। इनके साथ सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़, वन मंत्री संजय शर्मा, सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर सहित कई विधायक भी भाग लेंगे।
प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक होंगे पौधे
शौर्य वाटिका में सिंदूर, एरिका पाम, सांग ऑफ इंडिया, किसनाफाइकस और क्रोटोन जैसी पांच प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे। देवनानी जी ने बताया कि ये पौधे न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और आयुर्वेदिक उपयोग के प्रतीक भी हैं।
वीरांगनाओं का होगा सम्मान
समारोह में झुंझुनूं, सीकर, चूरू, जयपुर और कोटपुतली-बहरोड़ जिलों की वीरांगनाओं को शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान न केवल उनके बलिदान की याद दिलाएगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को देशसेवा के लिए प्रेरित करेगा।
राष्ट्रभक्ति का सशक्त प्रतीक बनेगी वाटिका
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह वाटिका 1999 के कारगिल युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए शहीदों की स्मृति को समर्पित होगी। यह स्थल आने वाली पीढ़ियों को ‘राष्ट्रप्रथम’ की भावना और देशसेवा की प्रेरणा देगा।