प्राप्त जानकारी के अनुसार जयपुर डिस्कॉम के सहायक अभियंता लाखन सिंह अपनी टीम के साथ पनियाला हाईवे स्थित रॉयल किंग होटल पर लगे एक अवैध ट्रांसफॉर्मर को उतारने पहुंचे थे। ट्रांसफॉर्मर बिना अनुमति के लगाया गया था और डिमांड नोट के अनुसार केवल 8294 रूपए जमा करवाए गए थे, जबकि होटल मालिक दिलीप रावत ने कथित तौर पर विधायक के करीबी कार्यकर्ता को 1 लाख 4 हजार रुपए देने की बात कही।
AE लाखन सिंह ने पत्र में क्या लिखा?
लाखन सिंह ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर हटाने के तुरंत बाद विधायक पुत्र पंकज पटेल का उन्हें फोन आया, जिसमें उन्होंने धमकी दी कि, “ट्रांसफॉर्मर वापस लगाओ वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहो”। इसके कुछ देर बाद पंकज पटेल कथित रूप से लाठी-डंडे से लैस अपने साथियों के साथ सहायक अभियंता के ऑफिस पहुंचे, जहां उन्होंने सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया, ऑफिस में तोड़फोड़ की और दरवाजे पर ताला लगाकर उन्हें पकड़ने की धमकी दी। इंजीनियर का जान बचाकर भागने का दावा
डरे और सहमे लाखन सिंह ने किसी तरह जान बचाकर कोटपुतली से बाहर भागने का दावा किया। उन्होंने यह भी बताया कि उनका मोबाइल स्विच ऑफ करना पड़ा और उनकी निजी कार RJ 02 CC 4090 अब भी कार्यालय में फंसी हुई है। उन्होंने इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलक्टर को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है और आरोप लगाया है कि यदि उन्हें कुछ होता है तो इसकी सीधी जिम्मेदारी पंकज पटेल की होगी।