मोतीडूंगरी गणेशजी के द्वार एआइ… जयपुर का पहला मंदिर, टेक्नोलॉजी से होगी पूरी व्यवस्था, जानें खासियत
मोतीडूंगरी गणेशजी में अब भक्तिभाव के साथ टेक्नो तंत्र, एआइ संभालेगा भीड़ का नियंत्रण, यातायात भी रहेगा सुचारू दर्शनार्थियों की गिनती होगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से
जयपुर। शहर के प्रमुख आस्था स्थल मोती डूंगरी गणेश मंदिर के द्वार अब एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पहुंच गया है। नई तकनीक से दर्शन व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ और सरल होगी। अयोध्या व खाटूश्यामजी की तर्ज पर यहां भी एआइ युक्त कैमरों से भक्तों की गिनती की जाएगी।
महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को देखते हुए दिल्ली से मंगवाए गए चार एआइ कैमरे प्रवेश द्वारों पर लगाए जाएंगे। इससे विशेष पर्वों पर सटीक आंकड़ों के आधार पर व्यवस्थाएं बेहतर की जा सकेंगी। वर्तमान में मंदिर में 72 कैमरों से निगरानी की जा रही है।
यह रहेगी सुविधा
प्रत्येक प्रवेश द्वार पर लगेंगे एआइ युक्त कैमरे
कैमरे केवल संख्या गिनेंगे, चेहरा स्कैन व रिकॉर्ड नहीं होगा
पर्वों पर मिलेगी रियल टाइम जानकारी, बेहतर प्रबंधन संभव
आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई में सहायता
भीड़ नियंत्रण से यातायात भी रहेगा सुचारू
श्रावण की आस्था में पंचरंगी शृंगार
श्रावण मास के दूसरे बुधवार को मंदिर में विशेष पंचरंगी पोशाक व 6.5 किलो वजनी चांदी के मुकुट से भगवान गणेश का शृंगार किया गया। मुकुट पर सोने की परत और मीने का कलात्मक कार्य किया गया है। रंग-बिरंगी रोशनी और फव्वारे के बीच बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
भीड़ रहेगी नियंत्रण में
मोतीडूंगरी गणेश मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने कहा कि कैमरों के जरिए बड़े आयोजनों के दौरान दर्शनार्थियों की सटीक गिनती हो सकेगी ताकि प्रशासनिक व्यवस्थाएं समय रहते बेहतर की जा सकें। गणेश चतुर्थी से लेकर नववर्ष और हर बुधवार मोती डूंगरी में उमड़ती भीड़ अब गणना के सहारे नियंत्रण में रहेगी।
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