यह जानकारी राज्यसभा में मंगलवार को सांसद मदन राठौड़ के सवाल के जवाब में कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय एवं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने दी। उन्होंने बताया कि यह योजना अभी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाई जा रही है और अब तक 1.18 लाख से अधिक युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर उपलब्ध कराए जा चुके हैं।
युवा नौकरी के लिए तैयार हो सकें
योजना का उद्देश्य न केवल युवाओं को प्रशिक्षण देना है, बल्कि उन्हें उद्योगों की कार्यप्रणाली से भी जोड़ना है ताकि वे नौकरी के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकें। सरकार का मानना है कि इससे देश में स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं की रोजगार क्षमता में इजाफा होगा।
आगे और होगा विस्तार
मंत्रालय के अनुसार, इस योजना को आगे और विस्तार देने की योजना है, ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा इससे लाभान्वित हो सकें और देश की आर्थिक प्रगति में भागीदार बनें।