जयपुर। उत्तरप्रदेश से सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन की ओर से राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान से राजस्थान में सियासत गरमाई हुई है। राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने सांसद रामजीलाल सुमन के बयान पर नाराजगी जताते हुए सख्त प्रतिक्रिया दी है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने आपत्तिजनक टिप्पणी की। उन्होंने कहा था कि ’भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया है कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है तो फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है? बाबर को कौन लाया? इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत में राणा सांगा लाया था। सपा सांसद के इस बयान से प्रदेशभर में आक्रोश व्याप्त है।
सीएम ने बोला तीखा हमला
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि शूरवीरों की धरती राजस्थान के लाडले सपूतों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए सदा अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। मेवाड़ के महान योद्धा राणा सांगा के बारे में समाजवादी पार्टी के सांसद का निम्नस्तरीय बयान, न केवल राजस्थान की 8 करोड़ जनता को, बल्कि सम्पूर्ण देशवासियों को आहत करता है।
शूरवीरों की धरती राजस्थान के लाडले सपूतों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए सदा अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। मेवाड़ के महान योद्धा राणा सांगा के बारे में समाजवादी पार्टी के सांसद का निम्नस्तरीय बयान, न केवल राजस्थान की 8 करोड़ जनता को, बल्कि सम्पूर्ण देशवासियों को आहत करता है।
सीएम भजनलाल ने आगे लिखा कि जिस महान योद्धा ने मुगलों से युद्ध में अपने शरीर पर 80 घाव झेले, उनको गद्दार कहना विपक्षी नेताओं की घटिया मानसिकता को दर्शाता है। वोटों के तुष्टिकरण के लिए ये लोग इतिहास पुरुषों का अपमान करने से भी नहीं चूकते हैं। इसके लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को तुरंत देश से माफी मांगनी चाहिए और अपने सांसद पर अविलम्ब कार्रवाई करनी चाहिए।
वीर शिरोमणि महाराणा सांगा जी, जिनके शौर्य की गाथा राजस्थान की मिट्टी के कण-कण से सुनाई देती है। जिनकी वीरता की कहानी सुनकर यहाँ बच्चे बड़े हुए हैं, 80 घाव खाकर भी देश के लिए लड़ने वाले देशभक्त योद्धा के लिए कहा गया 'गद्दार' शब्द, ना सिर्फ महाराणा सांगा जी और राजस्थान, बल्कि देश…
राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने एक्स पर लिखा कि वीर शिरोमणि महाराणा सांगा जी, जिनके शौर्य की गाथा राजस्थान की मिट्टी के कण-कण से सुनाई देती है। जिनकी वीरता की कहानी सुनकर यहाँ बच्चे बड़े हुए हैं, 80 घाव खाकर भी देश के लिए लड़ने वाले देशभक्त योद्धा के लिए कहा गया ‘गद्दार’ शब्द, ना सिर्फ महाराणा सांगा और राजस्थान, बल्कि देश के शौर्य और बलिदान का भी अपमान है। सपा सांसद रामजीलाल सुमन का यह बयान शर्मनाक और निंदनीय है। उन्हें देश की वीरता को कलंकित करने वाले इन कटु शब्दों के लिए सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने सपा सांसद को बताया अल्पबुद्धि
उदयपुर दौर पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत ने भी सपा सांसद के बयान पर तीखा हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत ने कहा कि ऐसे अल्पबुद्धि लोग जिनको न तो इतिहास का ज्ञान है और न ही भारत के इतिहास की परंपरा के प्रति सम्मान है। राणा सांगा के लिए हल्के शब्दों का इस्तेमाल किया। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
उदयपुर और राजसमंद सांसद ने दी तीखी प्रतिक्रिया
सपा सांसद के बयान पर राजसमंद सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ और उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत ने भी पलटवार करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ ने कहा कि सपा नेता अपने संस्कारों के अनुरूप तुष्टिकरण की सियासत में इस कदर डूब चुके हैं कि वो विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन करने के लिए भारतीय महापुरुषों को अपमानित करने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। वहीं, उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत ने कहा कि सपा सांसद की टिप्पणी बेहद शर्मनाक है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
“अस्सी घाव लगे थे तन पे, फिर भी व्यथा नहीं थी मन में”
मातृभूमि की रक्षा में अपना सम्पूर्ण जीवन अर्पण करने वाले, अदम्य साहस, वीरता,त्याग और स्वाभिमान के प्रतीक वीर शिरोमणि महाराणा सांगा जी पर सासंद राम लाल सुमन द्वारा संसद में अमर्यादित टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय…
— Pratap Khachariyawas (@PSKhachariyawas) March 22, 2025
कांग्रेस नेता ने भी सपा सांसद पर बोला हमला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी सपा सांसद पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि अस्सी घाव लगे थे तन पे, फिर भी व्यथा नहीं थी मन में। मातृभूमि की रक्षा में अपना सम्पूर्ण जीवन अर्पण करने वाले, अदम्य साहस, वीरता, त्याग और स्वाभिमान के प्रतीक वीर शिरोमणि महाराणा सांगा पर सासंद राम लाल सुमन द्वारा संसद में अमर्यादित टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है व माफी योग्य नहीं है। उन पर सख्त करवाई होनी चाहिए और मैं भारत सरकार से अपील करूंगा की संसद में ऐसा प्रस्ताव लेकर आए जिससे इतिहास के महापुरुषों पर अमर्यादित टिप्पणी करने वालो की संसद सदस्यता रद्द की जा सके।