बता दें कि विधानसभा में बुधवार को शून्यकाल में कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी सहित तीस सदस्यों की ओर से रद्द किए गए संभागों और जिलों पर चर्चा के लिए लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर विधानसभाध्यक्ष ने दो विधायकों को बोलने की अनुमति दी है।
ऐसे में आज शून्य काल के दौरान स्थगन प्रस्ताव के जरिए चर्चा होगी। जिसमें कांग्रेस के विधायक सुरेश मोदी और रामकेश मीणा अपनी बात रखेंगे। चर्चा के दौरान भजनलाल सरकार की तरफ से कोई एक मंत्री ही सदन में जवाब देगा।
कल भी नए जिलों के मुद्दों पर हुआ था हंगामा
इससे पहले बुधवार को संसदीय मंत्री जोगाराम पटेल ने विधानसभा नियमावली के तहत कोर्ट में लंबित मामलों पर चर्चा नहीं करने की बात कही थी। संसदीय मंत्री के तर्क पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा था कि सरकार न्यायालय में लंबित बताकर नए जिलों के मुद्दे पर चर्चा से बचना चाहती है।
यह भी पढ़ें साथ ही विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए थे। एक बार तो आसन को सदन की कार्यवाही पन्द्रह मिनट के लिए स्थगित भी करनी पड़ी थी। अध्यक्ष की नई व्यवस्था पर भी विपक्ष के सदस्य नहीं माने और वैल में आकर नारेबाजी करते रहे थे। आखिरकार दोपहर बाद विपक्ष की मांग को मान लिया गया था।