scriptRajasthan: मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान एक जुलाई से… सरकारी स्कूलों में डिजिटल प्रवेशोत्सव, घर-घर जाएंगे शिक्षक | Rajasthan: Chief Minister's Shiksha Rajasthan Abhiyan will start from July 1… Digital Praveshotsav will be held in government schools, teachers will go door to door | Patrika News
जयपुर

Rajasthan: मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान एक जुलाई से… सरकारी स्कूलों में डिजिटल प्रवेशोत्सव, घर-घर जाएंगे शिक्षक

राजस्थान में मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान की शुरुआत की गई है, जिसमें डिजिटल प्रवेशोत्सव माध्यम से सरकारी स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन और मौजूद बच्चों के ठहरने पर जोर दिया जा रहा है। दूसरा चरण एक जुलाई से 24 जुुलाई तक चलेगा।

जयपुरJun 23, 2025 / 12:59 pm

anand yadav

प्रतीकात्मक तस्वीर

राजस्थान में मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान की शुरुआत की गई है, जिसमें डिजिटल प्रवेशोत्सव माध्यम से सरकारी स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन और मौजूद बच्चों के ठहरने पर जोर दिया जा रहा है। पहला चरण 15 अप्रेल से 16 मई तक संपन्न हुआ। वहीं अब दूसरा चरण एक जुलाई से 24 जुुलाई तक चलेगा। संबंधित स्कूल की परिक्षेत्र में उस स्कूल के शिक्षक घर-घर जाकर हाउस होल्ड सर्वे करेंगे। शिक्षक ऐप के जरिए 3 से 18 साल तक के बच्चों को दाखिला मिलेगा।

संबंधित खबरें

हाउस होल्ड सर्वे में इन पर रहेगी नजर

सरकारी स्कूल के दायरे में आने वाले सभी बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए विभाग ने जोर दिया है। इसमें अनामांकित एवं ड्रॉपआउट बच्चे, प्रवासी-श्रमिकों को बच्चे और बाल-श्रम से मुक्त कराए गए बाल-बालकाओं के साथ ही आंगनबाड़ी से बच्चों को जोड़ा जाएगा। सर्वे के दौरान शिक्षक अपने साथ स्कूल की विविध उपलब्धियों में बोर्ड परीक्षा परिणाम, स्कूल में सुविधाओं और पूर्व विद्यार्थियों की उपलब्धियों के पर्चे आदि साथ लेकर जाएं। प्रवेशोत्सव एवं हाउस होल्ड सर्वे की साप्ताहिक मॉनिटरिंग होगी।
प्रतीकात्मक तस्वीर

ऐसे रहेगा कार्यक्रम

निजी स्कूलों में प्रवेशोत्सव अप्रेल में ही शुरू हो जाता है और पढ़ाई भी जल्द शुरू हो जाती है। जबकि सरकारी स्कूलों में मई तक तो वार्षिक परीक्षाएं होती है। नया सेशन जुलाई में शुरू होता है। वहां बच्चों को सुविधाएं भी ज्यादा मिलती है। यही वजह है कि लोगों का सरकारी स्कूलों से मोह खत्म हो रहा है। जबकि सरकारी स्कूल से जोड़े रखने के लिए प्रत्येक बच्चे पर सरकार हजारों रुपए खर्च करती हैं और योजनाएं चलती हैं।

होगी प्रभावी मॉनिटरिंग

प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक शनिवार को पीईईओ अपने क्षेत्राधीन समस्त विद्यालयों से साप्ताहिक रूप से अनामांकित एवं ड्रापआउट बालक/बालिकाओं के पहचान एवं उनके विद्यालय में प्रवेशित होने की स्थिति की रिपोर्ट प्राप्त करेंगे तथा विद्यालय छोड़ने से पूर्व संबंधित सीबीईओ को रिपोर्ट प्रेषित करेंगे। नव प्रवेशित विद्यार्थियों के उत्साहवर्द्धन एवं उनका विद्यालय में स्वागत के लिए वर्तमान सत्र में प्रवेश महोत्सव मनाया जाना है।

Hindi News / Jaipur / Rajasthan: मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान एक जुलाई से… सरकारी स्कूलों में डिजिटल प्रवेशोत्सव, घर-घर जाएंगे शिक्षक

ट्रेंडिंग वीडियो