विरोध के बाद बिलिंग और मीटरिंग कार्य अलग किया
निजीकरण के विरोध में राजस्थान भर में कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी है। इस बीच प्रबंधन ने इस मॉडल से बिलिंग और मीटरिंग से जुड़े काम को अलग कर दिया है। इसी कारण अब नए सिरे से टेंडर किए जा रहे हैं।Weather Update : मौसम विभाग का Yellow Alert, राजस्थान के इन 8 जिलों में 17-18 दिसंबर को चलेगी शीतलहर
इस दिक्कत को दूर करने की जरूरत
बिजली कंपनियों में कई काम ठेके पर और कुछ निजी हाथों में सौंपे गए हैं। कई मामलों में कंपनी बीच में ही काम छोड़ गई तो कुछ शहरों में भी बिजली सप्लाई से लेकर बिलिंग तक पर सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसे हालात के बीच इस मॉडल को सफलता से संचालित करने की चुनौती रहेगी।RGHS योजना की गाइडलाइन में बड़ा बदलाव, नया सिस्टम लागू
मुख्य रूप से यह रहेगा काम
1- बिजली तंत्र का ऑपरेशन-मेंटीनेंस और बिजली सप्लाई व्यवस्था।2- 33 केवी ग्रिड सब स्टेशन का संचालन।
3- 11 केवी की लाइन और इससे जुड़े अन्य तंत्र का संचालन।
4- घरेलू और कृषि उपभोक्ताओं के फीडर को अलग करना।
5- संबंधित जीएसएस पर सोलर पैनल लगाना।