मुख्य सचिव ने मंगलवार को सचिवालय में कानून व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को विशेष सतर्कता बरतने और जिलों में नियमित निगरानी रखने को कहा गया। उन्होंने निर्देश दिए कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर भड़काऊ पोस्टों की निगरानी लगातार की जाए और आवश्यक कार्रवाई में देर न की जाए।
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अगर इन शादियों में बैंड बजाया, घोड़ी लाए, हलवाई ने खाना बनाया, पंडित जी ने फेरे कराए तो पुलिस करेगी गिरफ्तार…! मुख्य सचिव ने संवेदनशील जिलों में अधिकारियों को नियमित बैठकें कर जमीनी हालात पर नजर रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक तनाव भड़काने वाले तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
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इस निर्णय ने न केवल दुश्मनों को करारा जवाब दिया है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि देश पहले है, व्यापार बाद में। राज्य में कुछ जगहों पर बंद और विरोध प्रदर्शन की सूचनाओं के मद्देनजर सभी जिला प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है। खासकर धार्मिक स्थलों, बाजारों, हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और भीड़.भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया पर पहलगाम हमले को लेकर अर्नगल टिप्पणी करने वाले सात लोग पहले ही अरेस्ट हो चुके हैं।