आरोपी की नहीं हुई थी गिरफ्तारी दर्ज
मृतक की पहचान भरतपुर जिले के टोंटपुर गांव निवासी युवक के रूप में हुई है। उद्योग नगर थाना पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज एक मुकदमे में उसे हिरासत में लिया था, लेकिन हैरानी की बात यह है कि उसकी गिरफ्तारी थाने के रोजनामचे में दर्ज ही नहीं की गई थी। पुलिस ने उसे सीधे हवालात में बंद कर दिया। शुक्रवार सुबह युवक ने कथित तौर पर किसी कपड़े की सहायता से फांसी लगा ली।
पुलिस महकमे में हड़कंप
घटना की जानकारी मिलते ही भरतपुर एसपी मृदुल कच्छावा और एएसपी मुख्यालय सतीश यादव मौके पर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने शव को भरतपुर जिला अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए। एसपी ने अलग से जांच अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश भी जारी किए हैं।
राजस्थान में इस साल छठा मामला
यह मामला राजस्थान में इस साल पुलिस हिरासत में हुई मौतों की फेहरिस्त में पांचवे नंबर पर दर्ज हुआ है। इससे पहले:– 28 फरवरी को झुंझुनूं जिले के खेतड़ी थाने में पप्पू मीणा की मौत के बाद 33 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था।
– 8 मई को बारां के छिपाबड़ौद थाने में दलित युवक हरिश की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन हुआ।
– 7 जून को श्रीगंगानगर के राजियासर थाने में दुष्कर्म आरोपी की हार्ट अटैक से मौत हुई थी।
– 21 जून को जयपुर के सदर थाने में चोरी के आरोपी मनीष की मौत के बाद छह पुलिसकर्मी लाइन हाजिर किए गए थे।
