Ramgarh Dam: फिर ‘लबालब’ होगा रामगढ़ बांध, राजस्थान पत्रिका का ‘अमृतं जलम्’ अभियान लाएगा रंग
Ramgarh Dam: जयपुर का कभी प्रमुख जल स्रोत रहा रामगढ़ बांध पिछले कई सालों से सूख चुका है। जिसे पुनर्जीवित करने के लिए राजस्थान पत्रिका का ‘अमृतम् जलम्’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
रामगढ़ बांध को पुनर्जीवित करने के लिए श्रमदान (फोटो- पत्रिका)
Ramgarh Dam: जयपुर। रामगढ़ बांध की सूरत और सीरत बदलकर उसे पुनर्जीवित करने के मकसद से श्रमदान का सिलसिला सोमवार के दिन भी जारी रहा। श्रमदान के लिए जनसहभागिता में शामिल होने के लिए शहर के हर कोने से लोग सुबह होते ही मौके पर पहुंच गए। इन तस्वीरों को देखकर इस बात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है, कि रामगढ़ बांध को एक बार फिर से पानी से लबालब भरने के लिए यहां कितने बड़े पैमाने पर श्रमदान का काम हो रहा है।
श्रमदान के क्रम में सोमवार को सीआईएसएफ आमेर की टीम भी पहुंची, जिसमें शामिल जवानों ने हाथों में तगारी और फावड़े उठाकर कई घंटों तक श्रमदान किया। वहीं मौके पर लोगों का हौसला अफज़ाई के लिए जयपुर हेरिटेज मेयर कुसुम यादव से लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर भी पहुंचे। इन दोनों शीर्ष नेताओं ने खुद भी श्रमदान किया और इस पावन काम में अपना योगदान दिया।
रामगढ़ बांध पर श्रमदान करते शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (फोटो-पत्रिका)। इसी तरह का श्रमदान करने के लिए बस्सी पंचायत समिति सरपंच संघ अध्यक्ष और ग्राम पंचायत घाटा सरपंच नीतू कुमारी मीना के नेतृत्व में पहुंची महिलाओं ने भी श्रमदान किया। भीषण गर्मी के बीच श्रमदान में माहौल तब ज़्यादा उत्साहित नज़र आया जब कहीं पर देहाती गीत गाए गए, तो कहीं पर तिरंगा झंडा लहराकर देशभक्ति के नारे भी लगाए गए।
श्रमदान के साथ नृत्य करती महिलाएं (फोटो-पत्रिका)। आपको बता दें कि जयपुर का कभी प्रमुख जल स्रोत रहा रामगढ़ बांध पिछले कई सालों से सूख चुका है। जिसे पुनर्जीवित करने के लिए राजस्थान पत्रिका का ‘अमृतम् जलम्’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है। कुल मिलाकर मिशन भले ही बड़ा और चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इस बार की जनसहभागिता और इस तरह के श्रमदान को देखकर ये तो लगभग तय है कि इस बार हमारा रामगढ़ बांध पहले की तरह जल्द ही पुनर्जीवित हो जाएगा।