इसी दौरान पैर फिसलने से दोनों फार्म पौंड के गहरे पानी में जा गिरे। ग्रामीणों ने युवकों को फार्म पौंड से निकालकर फुलेरा उपजिला अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। थाना प्रभारी श्रवण कुमार नील ने बताया कि पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए। हादसे के बाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। घर-परिवार में कोहराम मच गया।
चार बहनों का इकलौता भाई था मनीष
दो युवकों की मौत से कुंदनमल व गिरधारी लाल दोनों सगे भाइयों के घर के चिराग बुझ गए। दोनों भाइयों के एक-एक पुत्र ही थे। उनकी भी मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। कुंदनमल वर्मा के 4 बेटियां एवं एक बेटा था। गिरधारी लाल के एक बेटा एक बेटी है। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों भाई मजदूरी करते हैं।
पैर फिसलने से पानी में डूब गए
परिजनों ने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि प्रातः 8 बजे मनीष एवं विशाल घर से भैंस चराने के लिए खेतों में गए थे। इस दौरान मवेशी एक खेत में बने फार्म पौंड के पास चली गई। तभी मनीष एवं विशाल मवेशियों को वहां से वापसी ला रहे थे। इसी दौरान फार्म पौंड में पैर फिसलने से पानी में डूब गए। इधर, ग्राम पंचायत आकोदा की सरपंच पुष्पा मेघवाल ने हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर एवं उपखंड अधिकारी से मिलकर सहायता की मांग की जाएगी।
पूरे गांव में नहीं जले चूल्हे
घटना की जानकारी मिलने पर समूचे गांव में सन्नाटा पसर गया। दोनों के घर से निकलने वाली चीख-पुकार ही सन्नाटे को चीर रही थी। हालात यह थे कि घटना के बाद गांव में चूल्हे नहीं जले। हर शख्स की आंखें नम थीं। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव घर पहुंचे तो दोनों को तुरंत अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।