विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा के पावन अवसर पर गुरुवार को रामगढ़ बांध पर हुए जीर्णोद्धार समारोह का दृश्य किसी विशाल मेले से कम नहीं था। राजस्थान पत्रिका के ‘अमृतं जलम्’ और ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ के तहत आयोजित इस ऐतिहासिक आयोजन में हजारों लोगों ने भाग लिया।
सुबह छह बजे से ही लोग कार, बसों और मोटरसाइकिलों से बांध स्थल की ओर उमड़ने लगे। इसी समय से बारिश का दौर भी शुरू हो गया, लेकिन बारिश और कीचड़ भी लोगों के जोश को रोक न सके। लोग फिसलन भरी मिट्टी में भी श्रमदान करते रहे। महिला-पुरुषों के साथ बच्चों तक ने सिर पर तगारी और हाथों में फावड़े लेकर श्रमदान में योगदान दिया।
कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, सांसद राव राजेंद्र सिंह और मंजू शर्मा, विधायक अमीन कागजी, बालमुकुंदाचार्य, कुलदीप धनखड़, कैलाश वर्मा, मनीष यादव, प्रशांत शर्मा, राम अवतार बैरवा, जिला प्रमुख रमा देवी चोपडा भी मंच पर मौजूद रहे।
प्रशासन ने लगाया संसाधनों का बड़ा तंत्र
जिला प्रशासन ने आयोजन के लिए 50 से अधिक जेसीबी, ट्रैक्टर-ट्रॉली और अन्य संसाधन लगाए। सैकड़ों कर्मचारियों और नागरिकों ने मिलकर बांध क्षेत्र से बड़ी मात्रा में विलायती बबूल हटाया और भराव क्षेत्र से मिट्टी साफ की। पहले ही दिन मुख्य जलभराव क्षेत्र का स्वरूप बदलता हुआ नजर आया। बांध में प्रशासन की ओर से 25 ब्लॉक चिह्नित किए गए हैं, जहां आगे चरणबद्ध तरीके से मिट्टी हटाई जाएगी।
संगठनों की भी बड़ी भागीदारी
ग्राम भारती समिति की सचिव कुसुम जैन के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने श्रमदान में भाग लिया और पानी लाने की स्वीकृत योजना पर खुशी जाहिर की। रामगढ़ बांध बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट रामजीलाल मीना के नेतृत्व में कार्यकर्ता जुटे। उन्होंने कहा कि राजस्थान पत्रिका की पहल अब विश्वास में बदल चुकी है – ‘बांध में पानी अब जरूर आएगा।’ जिला अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा, जिला प्रचार प्रमुख मुकेश शर्मा, भोमाराम, लक्ष्मीनारायण शर्मा, मोहन लाल, श्रवण लाल, बनवारी गुर्जर सहित अनेक कार्यकर्ता श्रमदान में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री को भेंट किया गया ‘रामगढ़ ताम्र कलश’
जमवारामगढ़ विधायक महेंद्र पाल मीना ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ‘रामगढ़ ताम्र कलश’ भेंट किया और रामजल सेतु लिंक परियोजना के माध्यम से बांध में पानी लाने की योजना की स्वीकृति के लिए आभार जताया। मुख्यमंत्री ने श्रद्धा स्वरूप वह कलश अपने सिर पर धारण किया।
विधायकों ने भी उठाया फावड़ा, चलाई जेसीबी
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रभारी मंत्री जोगाराम पटेल, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, जमवारामगढ़ विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने समारोह के बाद स्वयं श्रमदान किया। सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने तो जेसीबी चलाकर अपनी भागीदारी दर्ज कराई।
पुरुषों ने गाया आदिवासी गीत
समारोह में बड़ी संख्या में महिलाएं पारंपरिक गीत गाते हुए पहुंचीं। गुलाबी पगड़ी में सजे पुरुषों ने भी रामगढ़ के गुंबद के सामने आदिवासी संस्कृति से जुड़े गीतों से वातावरण को ऊर्जावान बना दिया। महिलाओं ने बांध को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया।