मित्तल ने कहा कि अनुकूल मानसून के कारण भारत 2025 में खाद्यान्न उत्पादन नई ऊंचाईयों को छूने के लिए तैयार है। हालांकि दालों और तिलहन उत्पादन में महत्वपूर्ण चुनौतियां बनी हुई हैं। क्योंकि देश के कृषि क्षेत्र में मजबूत सुधार के संकेत दिख रहे हैं।
रिकार्ड खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान
गौरतलब है कि कृषि मंत्रालय के प्रारंभिक अनुमान आशावादी तश्वीर पेश करते हैं। जिसमें जून 2025 को समाप्त होने वाले फसल वर्ष 2024-25 के लिए खरीफ खाद्यान्न उत्पादन रिकार्ड 164.7 मिलियन टन होने का अनुमान है। शीतकालीन फसल रोपाई में अच्छी प्रगति के समाचार मिले हैं। इस बीच एफसीआई राजस्थान में गेहूं खरीद का लक्ष्य बढ़ा सकती है। इस बार पूरे राजस्थान का टारगेट फिलहाल 14 लाख टन है। जिसे बढ़ाकर 20 लाख टन करने की उम्मीद है। इसके लिए पूरे राजस्थान में अभी तक 20 हजार से ज्यादा किसान रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
खरीद के लिए किसानों का रजिस्ट्रेशन 1 जनवरी से शुरू हो गया है। कोटा में एफसीआई के मंडल प्रबंधक प्रणय मुदगल का कहना है कि 10 मार्च से गेहूं की खरीद शुरू होगी। उन्होंने कहा कि आंकड़ों के हिसाब से इस बार सरकारी खरीद केन्द्र पर गेहूं बेचने में किसानों का रुझान बढ़ गया लगता है। इस साल यह रजिस्ट्रेशन बढ़कर 20 हजार से ज्यादा हो गए हैं। कोटा मंडल एरिया में पिछले साल अब तक 4 हजार रजिस्ट्रेशन ही हुए थे।