इन दोनों ही हिस्सों में बड़े पुल नहीं है। जिससे ऐसा कर पाना रेलवे कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के लिए आसान होगा। उसी के अनुसार काम को तेजी प्रदान की जा रही है। जबकि अन्य हिस्सों में धरातल पर पटरियों के आस पास के हिस्से को चौड़ा करने, मिट्टी कटाई समेत अन्य अहम कार्य चल रहे हैं।
300 पुल पहले से मौजूद, इतने ही नए बनेंगे
सहायक मंडल इंजीनियर समदड़ी ने बताया कि इस पूरे रेल खंड में पुराने स्ट्रक्चर में ही 300 के करीब पुराने पुल है। अब रेलवे को इन पुलों के समानांतर ही चौड़ाई बढ़ाने और नए रेलवे ट्रेक के लिए 300 नए पुल भी बनाने हैं। ये पुल जवाई, लूनी, सागी, सुकडी जैसी बड़ी नदियों पर बनाए जाने हैं, जो काफी बड़े और विशाल है। इन कार्यों में एक साल से अधिक समय लग जाएगा।
4 हिस्से थे, 10 से अधिक प्लांट लगे
जरुरत के अनुसार कंकरीट, मेटेरियल को तैयार करने के लिए एजेंसियों ने कार्य को टुकड़ों में विभाजित करते हुए सबलेट कर दिया है। इस पूरे कार्य में 10 से अधिक जगहों पर रेडिमेड कंकरीट प्लांट स्थापित किए गए हैं, जिससे कार्य को तेजी प्रदान की जा रही है।
पूरे स्ट्रक्चर में भी होगा बदलाव
इस रेल खंड का विद्युतीकरण हो चुका है। दोहरीकरण कार्य के साथ ही दूसरी लाइन का भी विद्युतीकरण किया जाएगा। दोहरीकरण कार्य के अनुसार नए स्ट्रक्चर के अनुसार ही दूधिया और धुंधाड़ा में विद्युतीकरण के लिए भी कार्य शुरू हो चुका है। इस कार्य के तहत ही भीमपुरा रेलवे स्टेशन पर स्टोर रूम बनाया जाएगा। जहां से दूसरी लाइन के विद्युतीकरण से जुड़ा मेटेरियल मौजूद रहेगा।
बालवाड़ा स्टेशन अपग्रेड होगा
बालवाड़ा रेलवे स्टेशन भी अपग्रेड होगा। इस स्टेशन पर चार रेल लाइन बिछेगी, जिससे ट्रेनों की आवाजाही और क्रॉसिंग आसान होगी। बागरा में स्टेशन अपडेट हो रहा है। जालोर में प्लेटफार्म नंबर दो की शिफ्टिंग होगी। अहम प्रोजेक्ट, केबिनेट से मिली थी मंजूरी
केबिनेट की ओर से 8 फरवरी 2024 को राजस्थान के 3 महत्वपूर्ण रेल मार्गों के दोहरीकरण को मंजूरी दी गई थी। इसमें लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रूट शामिल है। प्रोजेक्ट के लिए 3530 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली थी। जिसके बाद यह काम जारी है। बता दें यह रेल रूट पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जोधपुर जिलों समेत जालोर जिले की बिजनेस कोरिडोर के रूप में भविष्य में गुजरात के गांधीधाम, कांडला तक बेहतर कनेक्टिविटी देने वाला है। गुड्स ट्रेनों की आवाजाही के साथ दोहरीकरण होने पर यात्री गाड़ियों की आवाजाही सुगम होगी।