जानकारी के अनुसार, गांव के चार भाइयों रघुवीर, दाताराम, निहाल सिंह और महेंद्र सिंह की पुश्तैनी जमीन थी, जिसे आपसी सहमति से बांट दिया गया था। हाल ही में निहाल सिंह ने अपने हिस्से की जमीन जाखोद ग्राम पंचायत निवासी सज्जन कुमार को बेच दी।
इस पर नाराजगी जताते हुए महेंद्र सिंह भालोठिया, जो नेवी में कमांडर हैं, सोमवार को गांव पहुंचा। सोमवार को जब जमीन खरीदार सज्जन कुमार गांव आया, तो महेंद्र सिंह, भाई दाताराम, बेटा पवन व अन्य परिजन उसके पास पहुंचे और विवाद करने लगे। बात बढ़ती देख सज्जन कुमार वहां से चला गया, लेकिन गरमागरमी में निहाल सिंह पर महेंद्र सिंह भालोठिया, दाताराम, पवन कुमार और घर की महिलाओं ने हमला बोल दिया। इस मारपीट में निहाल सिंह की पत्नी संतोष के गंभीर चोट लगी। जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गई। पड़ोसियों ने पहुंचकर मामला शांत कराया और संतोष को सूरजगढ़ के अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे जयपुर रैफर कर दिया।
जयपुर में संतोष ने दम तोड़ दिया। संतोष की मौत की सूचना पर एसएचओ हेमराज मीणा जयपुर पहुंचे। एसएमएस अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को शव सौंप दिया।
गांव में रोष, पंचायत में की बैठक
संतोष की मौत की सूचना के बाद गांव के मंदिर में ग्रामीणों की बैठक हुई। जिसमें घटना की निंदा करते हुए ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि निहाल सिंह से आए दिन महेंद्र सिंह झगड़ा करता था। निहाल सिंह अपनी जमीन बेचकर दूसरी जगह पर शिफ्ट होना चाह रहा था।
महेंद्र सिंह ने दर्ज कराई एफआईआर
घटना के तुरंत बाद महेंद्र सिंह भालोठिया ने सूरजगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज करवाई, जिसमें निहाल सिंह, उसकी पत्नी संतोष देवी, जमीन खरीदार सज्जन कुमार, उसके साथी, पड़ोसी हेमराज और दिवंगत रघुवीर सिंह की पत्नी चंद्रकला को आरोपी बनाया। उसने छहों लोगों पर उसके, उसकी पत्नी सुशीला, बेटे पवन आदि के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप लगाया कि निहाल सिंह ने उसके हिस्से का कुआं और रास्ते की सामलाती जमीन को बेच दिया। जिसके बाद जमीन खरीदने वाला सज्जन कुमार लगातार धमकियां दे रहा था। यही कारण है कि वह भी अपनी ड्यूटी से छुट्टी लेकर गांव आया था।
जयपुर में निहाल सिंह ने दी रिपोर्ट
संतोष की मौत के बाद मंगलवार को निहाल सिंह ने जयपुर में रिपोर्ट दी। उसने आरोप लगाया कि सोमवार को जब वह अपने घर बैठा था तो सज्जन कुमार आया। इसी दौरान उसका भाई महेन्द्र सिंह, सुशीला, पवन कुमार, दूसरा भाई दाताराम व इन्द्रा एक राय होकर हाथों मे लाठी सरिया व धारधार हथियार लेकर आए। महेंद्र सिंह अपनी सर्विस रिवाल्वर लेकर जान से मारने की नियत से उसके घर में घुसा। उसने पहले गाली गलौज की, बाद में मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद उसकी पत्नी से की गई गंभीर मारपीट वह घायल हो गई। जिसकी जयपुर में मौत हो गई।
दोनों की पत्नियां सगी बहनें
मृतक संतोष देवी और महेंद्र सिंह की पत्नी सुशीला देवी, दोनों सगी बहनें है। बावजूद इसके जमीन को लेकर दोनों ही पक्षों में लंबे समय से विवाद हो रहा था। महेंद्र सिंह के साथ उसका दूसरा भाई दाताराम भी है। निहाल सिंह के साथ उसके भाई की पत्नी चंद्रकला साथ है। विवाद निहाल सिंह के हिस्से की जमीन बेचने पर ज्यादा बढ गया। आए दिन होने वाले झगड़े से परेशान होकर निहाल सिंह ने अपने मकानों में सीसीटीवी कैमरे भी लगा रखे थे। जिसमें यह मारपीट की घटना रिकॉर्ड हो गई है।