पूर्व मंत्री गुढ़ा ने कहा कि पुलिसवालों के इशारे पर ही रोशनलाल के मकान व गैराज पर कब्जा किया गया है। जो पुलिसवाले गरीबों से रिश्वत लेंगे उनका एक्सीडेंट होगा। उनकी रीढ़ की हड्डी टूट जाएगी। उनके कैंसर होगा। गुढ़ा ने कहा कि जैसे मरे हुए जीव की चमड़ी से लोहा भस्म हो जाता है, वैसे ही गरीबों को परेशान करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के परिजनों के साथ भी बुरा होगा।
उन्होंने कहा कि पुलिसवाले पीड़ितों को ही धमका रहे हैं। धरने में बहुजन समाज के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। इस दौरान अनेक महिलाएं भी मौजूद रही।
यह है पूरा मामला
रोशन मेघवाल अपनी खातेदारी भूमि पर वर्षों से एक गैराज चला रहे थे। पीड़ित के अनुसार, 3 मार्च 2025 को उसे विकास के फोन से विनोद चौधरी ने धमकी दी कि या तो गैरेज और मकान खाली कर दें, नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसने पुलिस को कई बार शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 5 मार्च की शाम को करीब दस से पंद्रह गाड़ियों में भरकर आए बदमाशों ने एक जेसीबी मशीन के साथ पीड़ित के घर और गैराज को तोड़ दिया और रोशन मेघवाल के साथ उसके परिवारजनों से मारपीट की। जिससे पीड़ित को करीब 10-15 लाख रुपए का नुकसान हुआ। जिसके बाद पीड़ित राजेश देवी ने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर दिया है।