अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल का प्रहरी बर्खास्त, वर्दी की व्हीसल में छुपाई थी ऐसी चीज
मामला सामने आने के बाद अजमेर के पुलिस स्टेशन सिविल लाइन में एफआइआर दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने जेल प्रहरी को गिरफ्तार किया था। 27 फरवरी को उसे निलम्बित कर दिया गया था।
राजस्थान के अजमेर जिले के घूघरा घाटी की हाई सिक्योरिटी जेल में तीन सिम ले जाने के आरोपी जेल प्रहरी को शुक्रवार को राज्य सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। दो महीने पहले जेल में ड्यूटी के लिए पहुंचने पर तलाशी के दौरान उसकी वर्दी की व्हीसल में तीन सिम मिली थी।
जेल के उप महानिरीक्षक रेंज जोधपुर दिनेश कुमार मीणा ने इस संबंध में आदेश जारी किया। उन्होंने बताया कि जोधपुर जेल मण्डल के जेल प्रहरी छोटाराम पुत्र लखाराम को अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में ट्रांसफर कर दिया गया था। गत 24 फरवरी शाम 6 से रात दो बजे तक घूघरा घाटी की हाई सिक्योरिटी जेल में ड्यूटी थी। वो ड्यूटी पर जेल पहुंचा, जहां आरएसी के जवान अमरचंद ने तलाशी ली तो वर्दी की व्हीसल में काली टेप से बंधी तीन सिम मिली।
27 फरवरी को हुआ था निलंबित
अजमेर के पुलिस स्टेशन सिविल लाइन में एफआइआर दर्ज कराई गई। पुलिस ने जेल प्रहरी को गिरफ्तार किया था। 27 फरवरी को उसे निलम्बित कर दिया गया था। जेल में सिम ले जाने के संबंध में डीआइजी जेल रेंज जोधपुर दिनेश कुमार मीणा को जांच सौंपी गई। जांच के बाद जोधपुर निवासी जेल प्रहरी छोटाराम पुत्र लखाराम को राज्य सेवा से बर्खास्त करने का आदेश जारी किया गया। वर्तमान में वह कोटा जेल में पदस्थापित था।
बेचने के लिए जेल में सिम ले जाने का अंदेशा
जेल डीआईजी दिनेश कुमार मीणा का कहना है कि जेल में तीन सिम मिलने की पुलिस जांच कर रही है। हाई सिक्योरिटी जेल में कुख्यात बदमाश बंद हैं। अंदेशा है कि वह जेल में इन बंदियों को बेचने के लिए सिम ले जा रहा था।
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जेल में बंदियों को शराब मुहैया करवाने का आरोप
बर्खास्त बंदी छोटाराम फलोदी जिले की उप कारागार में बतौर जेल प्रहरी पदस्थापित रह चुका है। वर्ष 2021-22 में फलोदी उप कारागार का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें जेल प्रहरी छोटाराम पर बंदियों को शराब मुहैया करवाने का आरोप लगा था। उसे निलम्बित किया गया था। वह एक साल तक निलम्बित रहा था। फिर उसे अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल भेज दिया गया था।