राजस्थान के इन गांवों में मच्छरों का ‘आतंक’, चंद मिनट में मासूम बच्ची का कर दिया बुरा हाल, तस्वीर देख राज्य मंत्री भी चौंके
बीसीएमओ डॉ मोहनदान रत्नू ने बताया कि सूचना पर धवा के बजरंग नगर गांव में चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन विश्नोई के नेतृत्व में चार टीमें बनाई गई। प्रत्येक टीम ने 50 घरों का सर्वे किया। बच्ची के घर जांच की गई।
राजस्थान के जोधपुर जिले के नजदीकी गांव धवा, मेलबा व डोली में इन दिनों मच्छरों का भारी प्रकोप है। इन क्षेत्रों से गुजर रही जोजरी नदी में फैला रासायनिक दूषित पानी ग्रामीणों के लिए अभिशाप बन गया है। जहरीले पानी की बदबू से श्वांस लेना मुश्किल हो गया है। गंदे पानी से पनप रहे मच्छरों के कारण ग्रामीण परेशान है। ये मच्छर शाम के समय में झुंड के रूप में फैल जाते हैं। धवा, डोली, मेलबा गांव में दिन ढलते ही आसमान में मच्छरों के बवंडर नजर आने लग जाते हैं।
धवा गांव में बिजली गुल होने के कारण मच्छरों ने ग्रामीणों का चैन छीन लिया। हालात यह है कि रात के समय मच्छरदानी के बिना कोई भी ग्रामीण सो नहीं सकता। मच्छरों के काटने से एक मासूम बच्ची की हालत खराब हो गई, जिससे बाद में बच्ची का चेहरा सूज गया।
जांच करने टीमें पहुंची गांवों में
बीसीएमओ डॉ मोहनदान रत्नू ने बताया कि सूचना पर धवा के बजरंग नगर गांव में चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन विश्नोई के नेतृत्व में चार टीमें बनाई गई। प्रत्येक टीम ने 50 घरों का सर्वे किया। बच्ची के घर जांच की गई। ग्रामीणों ने बताया कि दो दिन से रात में बिजली नहीं है। इसी कारण बच्ची को मच्छरों ने काटा। बच्ची की स्वास्थ्य जांच की गई। जांच में वह स्वस्थ मिली। क्षेत्र में एंटी लार्वा एक्टिवटी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
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राज्य मंत्री बिश्नोई को बताई समस्या
राज्य मंत्री केके बिश्नोई रविवार को धवा दौरे पर रहे। इस दौरान ग्रामीणों ने जोजरी नदी की समस्या, बार-बार बिजली कटौती व मच्छरों के हमले को लेकर अवगत करवाया। ग्रामीणों ने देर रात को मच्छरों के काटने से घायल हुई मासूम बच्ची का फोटो मंत्री विश्नोई को दिखाया तो एकबारगी तो वे भी चौंक गए। मंत्री विश्नोई ने तुरंत प्रशासनिक अधिकारियों व सीएमएचओ से बातचीत कर तुरंत इस समस्या पर ध्यान देने तथा जल्द से जल्द इन गांव में फोगिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।