पुलिस जब पकड़ने जाती तो वह खुद घुंघट में आकर महिलाओं की आवाज में मना कर देता था…
पुलिस की जांच में सामने आया कि पुलिस उसके घर में करीब तीन से चार बार गई। उनमें से अधिकतर बार जब बिट्टू के बारे में पूछताछ करने के लिए घर में एंट्री करती, तो वहां एक महिला घुंघट पहने आती और कहती कि अभी बिट्टू नहीं है। पुलिस को शक था, लेकिन पुलिस ने घुंघट हटवाना उचित नहीं समझा। कल जब इस मामले में अति हो गई तो पुलिस ने फिर से बिट्टू के घर का रूख किया, वही महिला फिर से आई। इस बारे पुलिस ने उसे घेर लिया और उससे सख्ती की तो पता चला कि बिट्टू ही महिला बनकर पुलिस को चक्कर दे रहा था।
फरवरी में गंभीर मारपीट करने के बाद से फरार था एचएस
थाना पुलिस ने बताया कि आरोपी बिट्टू और उसके साथियों ने इसी साल फरवरी के महीने में प्रिंस चावला नाम के एक युवक के साथ बेहद ही गंभीर रूप से मारपीट की थी। प्रिंस से उनका पुराना विवाद चल रहा था। उसे समझौता करने के बहाने बुलाया और फिर बुरी तरह से पीटा। कांच की बोतलों से प्रिंस पर हमला किया और डंडों से बुरी तरह मारा। अधमरी हालत में छोड़कर सभी फरार हो गए थे। मामले में बिट्टू के साथ अन्य आरोपी हेमेन्द्र उर्फ भाईड़ा और हितेश उर्फ टेनिया भी शामिल थे। इस घटना के बाद से ही पुलिस बिट्टू समेत आरोपियों को तलाश रही थी। लेकिन अब बिट्टू काबू कर लिया गया है। अन्य आरोपियों को भी जल्द ही पकड़ने की बात की जा रही है। पुलिस ने कहा कि यह बेहद ही हैरान करने वाला केस था। जब बिट्टू को पकड़ा गया तो वह लाल रंग की साड़ी, काले ब्लाउज, मंगलसूत्र पहने था और उसने चेहरे पर स्कार्फ लगाया हुआ था। लेकिन पुलिस को उस पर शक हुआ और उसे काबू कर लिया गया।